पाकिस्तान में भले ही नई सरकार का गठन हो गया हो लेकिन सियासी खींचतान थमने का नाम नहीं ले रही है। आलम यह है कि सियासतदानों की ओर से मुल्क के गृहयुद्ध की आग में झुलसने का अंदेशा जताया जा रहा है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता फवाद चौधरी ने चेतावनी दी है कि देश गृहयुद्ध की ओर बढ़ रहा है।
उन्होंने शनिवार को पंजाब विधानसभा में विपक्ष और ट्रेजरी बेंच के बीच हुई हिंसा पर उक्त आशंका जताई।
समाचार एजेंसी आइएएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक इमरान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ और पीएमएल-एन के सदस्यों के आपस में उलझने की वजह से पंजाब विधानसभा का सत्र जबरदस्त हंगामे में बदल गया।
पीटीआई और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-कायद के सांसदों ने कथित तौर पर पंजाब के डिप्टी स्पीकर दोस्त मुहम्मद मजारी के साथ मारपीट की जिससे उन्हें सेवानिवृत्त होने के लिए मजबूर होना पड़ा। हंगामे के दौरान विधानसभा में पुलिस दाखिल हुई।
‘द न्यूज़’ की रिपोर्ट के मुताबिक फवाद चौधरी ने ट्वीट कर कहा, ‘हम पूरी तरह से गृहयुद्ध की ओर बढ़ रहे हैं। अभी तक इमरान खान ने अत्यधिक संयम बरता है लेकिन वह मौजूदा हालात से नाराज भीड़ को नहीं रोक पाएंगे। यदि हालात नहीं संभले तो हम देश को गृहयुद्ध में झुलसता हुआ देखेंगे।’ अपने विरोधियों को ‘आयातित नेता’ बताते हुए फवाद चौधरी ने कहा कि वे देश नहीं छोड़ पाएंगे। देश में चल रही राजनीतिक उथल-पुथल सुप्रीम कोर्ट की ‘विफलता’ से जुड़ी है।
पीटीआई के एक अन्य नेता फारुख ने भी फवाद चौधरी के बयान से सहमति जताते हुए कहा कि यदि अनुच्छेद 63-ए की व्याख्या के संबंध में राष्ट्रपति के संदर्भ की व्याख्या की गई होती तो पंजाब विधानसभा में ऐसी घटना नहीं होती।
वहीं पीटीआई नेता जुल्फी बुखारी ने कहा, जब हालात नियंत्रण से बाहर हो जाते हैं तो जनता कानून अपने हाथों में ले लेती है। इस नागरिक अशांति का एकमात्र समाधान चुनाव है। चुनाव कराइए और लोगों को अपना भाग्य खुद तय करने दीजिए।
-एजेंसियां
Discover more from Up18 News
Subscribe to get the latest posts sent to your email.