उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के बबेरू में खेत में धान का बीज डालने पहुंचे पिता और दो पुत्र खंभे के सपोर्टर तार में उतर रहे करंट की चपेट मेें आकर झुलस गए। आसपास के खेतों में काम कर रहे किसानों ने तीनों को सीएचसी पहुंचाया। जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।यह दर्दनाक हादसा गुरुवार की देर शाम हुआ। तीनों लोग खेत में कृषि कार्य कर रहे थे।
कमासिन थाना क्षेत्र के परसोली गांव निवासी गोरेलाल (55) गुरुवार को शाम करीब छह बजे अपने बेटों अतुल (21) और दीपू (15) के साथ खेत में धान का बीज डालने गए थे।
मृतक भाई विक्रम ने बताया कि इनका खेत घर से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर है। खेत के पास में ही पारिवारिक लोगों का निजी ट्यूबवेल है, जहां दो खंभों पर ट्रांसफार्मर रखा है। खंभों को रोकने के लिए सपोर्ट तार जमीन में लगा है। बताया कि गोरेलाल धान की बोरी लेकर आगे चल रहा था। इसी दौरान तार छूने से वह करंट की चपेट में आ गए।
पिता को करंट की चपेट में देख अतुल ने बिना सोचे समझे छुड़ाने के लिए उनका हाथ पकड़ लिया इससे वह भी चिपक गया। इसके बाद दीपू भी अतुल को छुड़ाने में चिपक गया। मौके पर पहुंचे किसानों ने समझदारी दिखाते हुए लाठी-डंडों से किसी तरह तीनों को करंट से अलग किया और सीएचसी लेकर पहुंचे।यहां डॉक्टरों ने तीनों को देखते ही मृत घोषित कर दिया।
विक्रम ने बताया कि गोरेलाल के चार बेटों में अतुल बड़ा व दीपू तीसरे नंबर का था। दोनों अविवाहित थे। घटना की सूचना पर एसडीएम रावेंद्र सिंह, सीओ राकेश सिंह और कोतवाली प्रभारी पंकज सिंह मौके पर पहुंचे। बांदा प्रशासन ने मृतकों के परिजन को कृषक बीमा योजना का लाभ दिलाने का आश्वासन दिया है।
Compiled; up18 News
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