आगरा: डीईआई में उन्नत भारत अभियान कार्यक्रम के अंतर्गत मास्टर ट्रेनर्स ट्रेनिंग प्रोग्राम का आयोजन

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आगरा: उत्तर प्रदेश के डीम्ड विश्वविद्यालय दयालबाग एजुकेशनल इंस्टीट्यूट द्वारा भारत सरकार के उन्नत भारत अभियान कार्यक्रम के अंतर्गत मास्टर ट्रेनर्स ट्रेनिंग प्रोग्राम का आयोजन किया गया। जिसके अंतर्गत सामाजिक आधार पर अनुसंधानिक भागीदारी हेतु मास्टर प्रशिक्षकों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 15 जुलाई से 17 जुलाई तक प्रदान किया जाएगा।

इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में विभिन्न राज्यों से आए 32 प्रतिभागियों को विशिष्ट प्रशिक्षकों के द्वारा उन्नत भारत कार्यक्रम की महत्ता बताते हुए उसकी सामाजिक उपादेयता और उसके अंतर्गत किए जाने वाले नवाचार हेतु प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। बीते शुक्रवार को 8 प्रशिक्षकों और 32 प्रतिभागियों के साथ दयालबाग़ शिक्षण संस्थान के निदेशक प्रोफेसर पीके कालरा, कुलसचिव प्रो. आनंद मोहन, कोषाध्यक्ष स्नेह बिजलानी एवं उन्नत भारत अभियान के क्षेत्रीय समन्वयक प्रो. अक्षय सत्संगी उपस्थित रहे।

दयालबाग़ शिक्षण संस्थान के सभी संकाय प्रमुख और विभागाध्यक्षों की उपस्थिति में कार्यक्रम का शुभारंभ विधिवत प्रार्थना के पश्चात मुख्य अतिथि प्रो. राजेश टंडन और विशिष्ट अतिथि अशोक कुमार सिंह द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। क्षेत्रीय समन्वयक उन्नत भारत अभियान प्रो. अक्षय सत्संगी ने सभी उपस्थित आगंतुकों का हृदय से स्वागत किया और कार्यक्रम के लक्ष्य पर दृष्टिपात किया। उन्नत भारत कार्यक्रम की ग्रामीण विकास के क्षेत्र में महत्ता और उसके उद्देश्य पर संक्षेप में विचार प्रस्तुत करते हुए उन्होंने उन्नत भारत अभियान के इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के लक्ष्य को श्रोताओं और प्रतिभागियों के सम्मुख प्रस्तुत किया। साथ ही उन्होंने तीन दिवसीय कार्यक्रम की रूपरेखा से प्रतिभागियों को अवगत कराया।

मुख्य अतिथि प्रो. राजेश टंडन ने कहा कि यहां पर सामुदायिक सहभागिता व्यावहारिक रूप से दृष्टिगोचर होती है और यहां मानवीय मूल्यों की शिक्षा दी जाती है। संस्थान के निदेशक प्रोफेसर पीके कालरा ने अपने उद्घाटन भाषण में कार्यक्रम की सफलता की कामना करते हुए प्रेरणा एवं शुभकामनाएं दी।

इस अवसर पर यूजीसी उप सचिव डॉ दीक्षा राजपूत वर्चुअल माध्यम से जुड़ी और उन्होंने अपने वक्तव्य में डीईआई द्वारा सामुदायिक विकास के लिए किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की। उद्घाटन सत्र का अंत विश्वविद्यालय गान एवं प्रो. रूपाली सत्संगी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ किया गया। समस्त उद्घाटन कार्यक्रम का संचालन डॉ. निशीथ गौड़ के द्वारा किया गया।

द्वितीय सत्र में सामुदायिक प्रतिभागिता की पृष्ठभूमि, मास्टर्स ट्रेनर्स की भूमिका बताई गई एवं तृतीय सत्र में कृषि क्षेत्र एवं आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण कराया गया।