माइग्रेन से इन तरीकों से मिल सकती है राहत, लेकिन डॉक्टरी इलाज कराना जरूरी

Health

दिमाग की हेल्थ ठीक न होने पर हमारे पूरे शरीर को काम करने में दिक्कत आती है. रोज के काम प्रभावित होते हैं और स्वभाव भी चिड़चिड़ा रहता है. बैड मेंटल हेल्थ में दिमाग के कमजोर होने के अलावा सिर में दर्द या दूसरी समस्याएं रह सकती हैं. धीरे-धीरे सिचुएशन स्ट्रेस से डिप्रेशन तक पहुंच जाती है. पर क्या आप जानते हैं कि स्ट्रेस, डिप्रेशन और सिर दर्द के अलावा माइग्रेन भी इंसान को हिला सकता है. सीधे के आधे हिस्से में दर्द को माइग्रेन माना जाता है.

माइग्रेन के होने पर डॉक्टरी इलाज ही कराना चाहिए पर कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे हैं जिनके जरिए इसके असर को काफी हद तक कम किया जा सकता है. चलिए आपको बताते हैं उन घरेलू नुस्खों के बारे में जो माइग्रेन से राहत पहुंचा सकते हैं.

पूरी नींद की आदत

एक्सपर्ट्स के मुताबिक अगर कोई व्यक्ति कई दिनों से पूरी नींद नहीं ले रहा है तो इससे दिमागी समस्याओं के होने का खतरा बढ़ सकता है. अच्छी नींद की आदत न सिर्फ हमारे शरीर बल्कि दिमाग को भी शांत बनाती है. जिन्हें माइग्रेन हो उन्हें भूल से भी बिगड़े हुए नींद के रूटीन को फॉलो नहीं करना चाहिए. हम सभी को कम से कम 8 घंटे की नींद लेनी चाहिए.

बॉडी में पानी का लेवल

पानी की कमी से पेट और स्किन ही नहीं दिमाग की हेल्थ भी प्रभावित होती है. कई रिपोर्ट्स सामने आ चुकी हैं जिनके मुताबिक पानी की कमी से माइग्रेन की बीमारी हो सकती है. रोजाना कम से कम 3 लीटर पानी पीने की आदत डालें.

मेडिटेशन का रूटीन

एनसीबीआई के मुताबिक मेडिटेशन का भारत से गहरा संबंध है. इसमें सांस लेने, मंत्र का जाप करने और ध्यान लगाने जैसी एक्सरसाइज की जाती हैं. मेंटल पीस के लिए मेडिटेशन एक बढ़िया तरीका है.

मेंटल स्ट्रेस से रहें दूर

काम का बोझ और जिम्मेदारियों या दूसरी वजह से स्ट्रेस हो सकता है. मानसिक तनाव अगर लगातार बना रहे तो सेहत ही नहीं इसका असर त्वचा पर भी नजर आता है. धीरे-धीरे हालात डिप्रेशन या फिर माइग्रेन में बदल जाते हैं. लगातार स्ट्रेस लेने से बचना चाहिए और वो काम करें जिसे करना आपको अच्छा लगता है बशर्ते इससे किसी का नुकसान न हो.

– एजेंसी