महबूबा मुफ़्ती के बयान से जम्मू-कश्मीर में सियासी घमासान शुरू

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महबूबा मुफ़्ती ने स्कूल में प्रार्थना गाते हुए शिक्षकों और छात्रों का एक वीडियो भी ट्वीट किया.

हमारे मज़हब पर सीधा हमला है ये

महबूबा मुफ़्ती ने कहा, ‘‘हमारे संविधान ने सबको अपने मज़हब का पालन करने की आज़ादी है लेकिन ये बदकिस्मती है कि हमारी ज़मीन, हमारी पहचान छीनने के बाद अब ये लोग हमारे मजहब पर हमला कर रहे हैं. 2019 से हमारी जामा मस्जिद बंद है. अब हमारे स्कूल के मुसलमान बच्चों को भजन गाने के लिए कहा जाता है. टीचर भी यही करते हैं. मुझे लगता है कि अब ये हमारे मज़हब के ऊपर सीधे तौर पर हमला है.’’

उन्होंने यह भी कहा, ‘‘बीजेपी का जो रैपिड हिंदुत्व है वो इसकी प्रयोगशाला कश्मीर में बनाना चाहते हैं. ये नहीं चलेगा. हम गांधीजी की बहुत इज्जत करते हैं जिनका सहारा लेकर बीजेपी ये कश्मीर में लागू करना चाहती है.”

बीजेपी नेता ने उठाए सवाल

महबूबा मुफ़्ती के बयान पर बीजेपी ने आपत्ति जताई है और कई सवाल किए हैं.

जम्मू कश्मीर बीजेपी के अध्यक्ष रविंदर रैना ने महबूबा मुफ़्ती पर राजनीतिक साजिश रचने का आरोप लगाया है.

वो कहते हैं, ‘‘रघुपति राघव राजा राम…’’ ये वो भजन है जिसे गुनगुनाते हुए आजादी की लड़ाई में महात्मा गांधी ने देश को जोड़ने का काम किया था. इसमें आपत्तिजनक क्या है?

बच्चे ‘लब पे आती है दुआ बन के तमन्ना मेरी…’ भी गाते हैं. किसी को कोई परेशानी नहीं है. जम्मू कश्मीर में महबूबा मुफ्ती का समर्थन करने वाला कोई रहा नहीं. इसलिए वो एक राजनीतिक षड़यंत्र करने की कोशिश कर रही हैं.‘’

‘‘महबूबा मुफ़्ती ये सब करके अपनी खोई हुई राजनीति ज़मीन वापस पाने की कोशिश कर रही हैं. लेकिन जम्मू कश्मीर की जनता को उनका ये हथकंडा मालूम है कि महबूबा मुफ़्ती इस तरह के बयान क्यों दे रही हैं.’’

-एजेंसी