मीडिया ने बाइडन से पूछा, यदि पाक दुनिया का सबसे खतरनाक देश तो उसे मदद क्यों?

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सवाल से चिढ़ीं प्रेस सेक्रेटरी

सोमवार को व्‍हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी कैरीन जीन पियरे मीडिया से रूबरू हो रही थीं। वह यहां पर राष्‍ट्रपति बाइडेन की तरफ से पाकिस्‍तान पर की गई टिप्‍पणी पर प्रतिक्रिया देने के लिए आई थीं। उनकी मानें तो सरकार की तरफ से पहले ही खतरनाक देश वाले बयान पर सफाई दी जा चुकी है। इसके बाद उनसे सवाल किया गया कि बाइडेन की टिप्‍पणी के बाद भी अमेरिका एफ-16 के लिए पाकिस्‍तान की मदद क्‍यों कर रहा है?

इस पर पियरे ने कहा, ‘राष्‍ट्रपति जो बाइडेन की तरफ से पाकिस्‍तान पर की गई टिप्‍पणी पर अमेरिका अब कोई नया बयान नहीं देगा। राष्‍ट्रपति पहले इस पर कह चुके हैं और मैं कोई नई बात नहीं कहूंगी। मैंने शुक्रवार को पहले ही इस पर जवाब दिया था। दो दिन पहले जो कहा है, उसमें कुछ भी नई बात कहने के लिए नहीं है।’

विदेश मंत्री का अजब तर्क

पियरे ने कहा था कि पाकिस्‍तान के परमाणु हथियारों के बारे में की गई टिप्‍पणी कोई नई बात नहीं और राष्‍ट्रपति पहले भी ऐसे बयान दे चुके हैं। पियरे ने जवाब दिया था, ‘राष्‍ट्रपति के लिए एक सुरक्षित और समृद्ध पाकिस्‍तान देश के हित में हैं। ऐसे में उन्‍होंने वही कहा है कि वह हमेशा से कहते आए हैं।’ अमेरिकी विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन ने एफ-16 डील पर जवाब दिया था कि यह बिक्री पाकिस्‍तान को आतंकियों के खिलाफ लड़ाई में मदद करने वाली है। सितंबर में अमेरिका ने पाकिस्‍तान को सैन्‍य बिक्री की मंजूरी दी थी।

अमेरिकी राजदूत तलब

बाइडेन ने कैलिफोर्निया में एक कार्यक्रम में कहा था कि पाकिस्‍तान, दुनिया का सबसे खतरनाक देश है जो बिना नियंत्रण के परमाणु हथियार बनाने में लगा हुआ है। इस बयान के बाद पाकिस्‍तान ने अमेरिकी राजदूत डेविड ब्‍लोम को समन किया था। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस बयान को ‘तथ्यात्मक रूप से गलत और भ्रामक’ बताते हुए खारिज कर दिया था।

विदेश मंत्रालय का बयान

दूसरी ओर अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि वह परमाणु हथियारों को सुरक्षित रखने की पाकिस्तान की प्रतिबद्धता व उसकी क्षमता को लेकर आश्वस्त है। अमेरिका के विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने सोमवार को कहा कि अमेरिका ने हमेशा एक सुरक्षित व समृद्ध पाकिस्तान को अमेरिकी हितों के लिए महत्वपूर्ण माना है।

-एजेंसी