दंगाइयों को दूध देने वाली गाय मानती हैं ममता बनर्जी: अमित मालवीय

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पश्चिम बंगाल में भड़की हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही। तमाम पुलिस फोर्स तैनात होन ने बावजूद हावड़ा में शनिवार को फिर हिंसा भड़की। इस पर बीजेपी ने सवाल उठाया कि ममता बनर्जी से हालात नहीं संभल रहे हैं। दंगाइयों को ममता बनर्जी का वोटबैंक बताया। वहीं ममता बनर्जी ने पलटवार करते हुए इस हिंसा को राजनीतिक बताते हुए कहा कि बीजेपी का पाप लोग क्यों भुगतेंगे?

पश्चिम बंगाल के हावड़ा में हालात न सुधरने पर ममता बनर्जी और उनकी पुलिस पर बीजेपी सवाल खड़े कर रही है। ममता बनर्जी ने इस पर पलवार करते हुए कहा, ‘जैसा कि मैं पहले भी कह चुकी हूं कि हावड़ा में पिछले दो दिनों से हिंसक घटनाएं हो रही हैं। इसके पीछे कुछ राजनीतिक दल हैं, और वे दंगे कराना चाहते हैं लेकिन इन्हें बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और उन सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

दंगाइयों को दूध देने वाली गाय मानती हैं ममता

ममता बनर्जी के ट्वीट पर बीजेपी आईटी सेल चीफ अमित मालवीय ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि दंगाई ममता बनर्जी के वोटबैंक हैं। उन्होंने कहा, ‘हम लोगों को हावड़ा और आसपास इलाकों की चिंता है।

दंगाईयों ने नेशनल हाइवे ब्लॉक कर रखा है। लगातार दो दिनों से आगजनी हो रही है, बीजेपी के दफ्तरों को जलाया जा रहा है। ममता मूकदर्शक बनी हैं। बंगाल सरकार ने आत्मसमर्पण कर दिया है क्योंकि दंगाई ममता बनर्जी के वोटबैंक हैं। ममता उन्हें दूध देने वाली गाय कहती हैं। उनकी लात खाना ममता बनर्जी की फितरत हो गई है।’

पुलिस को कार्रवाई के आदेश नहीं

अमित मालवीय ने कहा, ‘ममता बनर्जी का वोटबैंक हैं दंगाई, जिनके खिलाफ वह कार्रवाई नहीं कर रही हैं। ममता मुख्यमंत्री और राज्य की गृहमंत्री हैं। बंगाल पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है, दंगाई आगजनी पथराव कर रहे हैं पुलिस कुछ नहीं कर सकती क्योंकि उन्हें आदेश ही नहीं है। ममता बनर्जी ने एक बार भी नहीं कहा कि दंगाई घर जाएं। या सख्ती नहीं की। पुलिस को आदेश नहीं दिए हैं कि आतंकियों पर कार्रवाई करें।’

इससे पहले अमित मालवीय ने एक फोटो ट्वीट की थी। इस फोटो में बंगाल पुलिस कमर पर हाथ रखकर खड़ी नजर आ रही है और उपद्रवी हिंसा कर रहे थे। अमित मालवीय ने लिखा- ‘कल, जब दंगाइयों ने पश्चिम बंगाल में राष्ट्रीय राजमार्गों को जला दिया और अवरुद्ध कर दिया, पुलिस मूकदर्शक के रूप में खड़ी रही, संभवतः निर्देश पर। लेकिन जब भर्ती घोटालों का विरोध होता है तो यही पुलिस, ममता बनर्जी के नेतृत्व में लाठीचार्ज करती है।

-एजेंसियां