लोकसभा चुनाव 2024: NDA के खिलाफ INDIA नाम से चुनाव मैदान में उतरेगा विपक्षी दलों का गठबंधन

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दरअसल, बेंगलुरु में चल रही विपक्षी दलों की बैठक के बीच इस महागठबंधन को एक नया नाम देने का प्रस्ताव लाया गया है। नए नाम के प्रस्ताव में कई नामों पर चर्चा हुई लेकिन INDIA पर अधिकाधिक लोगों की सहमति है। कहा जा रहा है कि विपक्षी गठबंधन का नया नाम INDIA होगा। इसका औपचारिक एलान जल्द संभवत आज ही किया जा सकता है।

अखिलेश के प्रस्ताव को किया गया खारिज

बैठक में यूपी के पूर्व सीएम और सपा नेता अखिलेश यादव ने गठबंधन के नए नाम के लिए पीडीए (पिछला दलित गठबंधन) का सुझाव दिया था। लेकिन उनके प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया। इसके बाद बैठक में चर्चा के दौरान INDIA नाम का प्रस्ताव सामने आया।

इसके पूरे नाम से विपक्षी दलों का उद्देश्य भी सार्थक होता है। साथ ही शॉट फॉर्म में यह नाम इंडिया बनता है, जो कि हर किसी के जुबान पर चढ़ने वाला है। ऐसे में इस प्रस्ताव पर अधिकाधिक लोगों ने सहमित जताई। जानकारी के अनुसार आज इसी बैठक में यूपीए को इंडिया के नाम से बदले जाने का ऐलान किया जा सकता है।

UPA का नया नाम INDIA

I – Indian
N- National
D- Democractic
I – Inclusive
A – Alliance

ममता बनर्जी बोलीं, यह सार्थक बैठक

विपक्षी दलों संयुक्त बैठक पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और TMC नेता ममता बनर्जी ने कहा, “यह एक अच्छी, सार्थक बैठक है। रचनात्मक निर्णय लिए जाएंगे… आज जो चर्चा हुई उसके बाद का नतीजा इस देश के लोगों के लिए सही हो सकता है।”

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, राज्य स्तर पर हममें मतभेद, पर ये बड़े नहीं

बेंगलुरु में संयुक्त विपक्ष की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा- हम जानते हैं कि राज्य स्तर पर हममें से कुछ लोगों के बीच मतभेद हैं। ये मतभेद वैचारिक नहीं हैं। ये मतभेद इतने बड़े नहीं हैं कि हम आम आदमी और मध्यम वर्ग, युवाओं, गरीबों, दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों के लिए इन्हें अपने पीछे नहीं रख सकते, जिनके अधिकारों को पर्दे के पीछे चुपचाप कुचला जा रहा है।

हम 26 पार्टियों की 11 राज्यों में सरकारः खरगे

बेंगलुरु में संयुक्त विपक्ष की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा- हम यहां 26 पार्टियां हैं। हम सब मिलकर आज 11 राज्यों में सरकार में हैं। बीजेपी को अकेले 303 सीटें नहीं मिलीं। उसने अपने सहयोगियों के वोटों का इस्तेमाल किया और सत्ता में आई और फिर उन्हें त्याग दिया। आज बीजेपी अध्यक्ष और उनके नेता अपने पुराने सहयोगियों से समझौता करने के लिए एक राज्य से दूसरे राज्य भाग-दौड़ कर रहे हैं।

Compiled: up18 News