लद्दाख: चीन ने की पेट्रोल प्वाइंट-15 गोगरा-हॉटस्प्रिंग्स से सैनिकों के पीछे हटने की पुष्‍टि

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चीन के रक्षा मंत्रालय ने अपने बयान में इसे भारत-चीन कॉर्प कमांडर लेवल की सैन्य वार्ता के 16वें दौर से जोड़ा है। ये बैठक जुलाई में भारतीय इलाके में चुशुल-मोल्दो मीटिंग प्वाइंट पर हुई थी।

चीन के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को बयान में कहा, ‘चीन-भारत कोर कमांडर की बैठक के 16वें दौर में हुई सहमति के मुताबिक जियानान डाबन के क्षेत्र में चीनी और भारतीय सैनिकों ने 8 सितंबर को समन्वित और नियोजित तरीके से पीछे हटना शुरू कर दिया है, जो सीमा पर शांति के लिए अनुकूल है।’

चीन ने बयान में जिस जियानान डाबन क्षेत्र का जिक्र किया है, वही भारतीय बयान में पेट्रोलिंग प्वाइंट 15 है जिसे गोगरा-हॉस्प्रिंग्स कहा जाता है।

चार महीने बाद हुई थी बातचीत

चार महीने के अंतराल के बाद जुलाई में दोनों सेनाओं के बीच 16वें दौर की बैठक हुई थी। बैठक के बाद एक संयुक्त बयान में कहा गया था कि दोनों पक्ष पश्चिमी क्षेत्र में जमीन पर सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखने पर सहमत हुए हैं। हालांकि दिलचस्प बात ये है कि चीन ने मार्च में एक मीडिया रिपोर्ट में कहा था कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिक हॉट स्प्रिंग क्षेत्र से हट गए थे, जिसके बाद भारत की ओर से सवाल उठाया गया था।

SCO शिखर सम्मेलन से पहले पीछे हटने का फैसला

उज्बेकिस्तान में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के वार्षिक शिखर सम्मेलन के लगभग एक हफ्ते पहले सेना पीछे हट रही है। शिखर सम्मेलन में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग शामिल होंगे। गलवान घाटी हिंसा के बाद ये पहली बार होगा जब दोनों देश के नेता एक छत के नीचे होंगे। हालांकि दोनों नेताओं की द्विपक्षीय बैठक होगी या नहीं, इसे लेकर कोई जानकारी नहीं है, लेकिन सेनाओं के पीछे हटने से बातचीत की आशा बढ़ी है।

-एजेंसी