राजस्थान में बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिला है लेकिन मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर अभी सस्पेंस बरकरार है। केंद्रीय नेतृत्व से बनाए गए पर्यवेक्षक आज राजस्थान आने वाले हैं, इसके बाद ही सीएम के चेहरे को लेकर स्थिति क्लीयर होगी। इधर सीएम को लेकर चल रही उठापटक के बीच सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने बड़ा ऐलान किया। पिछले दो दिनों से देवदर्शन कर रहे बीजेपी सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने दो टूक कहा कि मैं सीएम दावेदार नहीं हूं। सीएम और डिप्टी सीएम के मामले में या तो भगवान जानता है या फिर पीएम मोदी जानते हैं।
किरोड़ी लाल मीणा की दो टूक
किरोड़ी लाल मीणा ने पहले बालाजी महाराज के दर्शन किए। रविवार सुबह में वो नीलकंठ महादेव मंदिर पर पहुंचे। देवगिरी पर्वत पर चढ़कर बाबा नीलकंठ के दर्शन किए। इस दौरान उन्होंने अन्य मंदिरों में भी मत्था टेका। इस दौरान किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि मुख्यमंत्री तय करना केंद्रीय नेतृत्व का काम है। वह सीएम की दौड़ में नहीं हैं। उनके इस ऐलान के बाद उन्हें सीएम बनाने की मांग कर रहे समर्थकों को तगड़ा झटका लगा है।
सीएम रेस से खुद को किया बाहर
किरोड़ी लाल मीणा ने आगे कहा कि दिल्ली में बीजेपी के आला नेताओं से मिलने के दौरान सीएम को लेकर हुई चर्चा को साझा नहीं कर सकते। वे ऐसी बातें कभी सार्वजनिक नहीं करते। वह अपनी इच्छा किसी को नहीं बताते। बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व खुद ही इच्छा पढ़ लेता है और वह इनाम देता रहता है। इस दौरान उन्होंने कहा कि सीएम और डिप्टी सीएम वाले फॉर्म्यूले के बारे में या तो भगवान जानता है या फिर पीएम मोदी जानते हैं।
क्यों हारी कांग्रेस, बीजेपी MP ने बताई वजह
किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि 2018 में पूर्वी राजस्थान ही ऐसा क्षेत्र था जिसने बीजेपी से सत्ता छीनने का काम किया और कांग्रेस को सत्ता में आसीन किया। हालांकि, पिछले 5 वर्षों में कांग्रेस ने पूर्वी राजस्थान के लिए कुछ भी नहीं किया जबकि पिछले विधानसभा चुनाव में माली, मीणा, गुर्जर और एससी सब एक हो गए थे। पिछले 5 वर्ष तक जब बीजेपी ने कांग्रेस के खिलाफ मुद्दे उठाए तो पूरी राजस्थान का माहौल ही बदल गया।
गहलोत पर भी करारा पलटवार
बीजेपी सांसद ने कहा कि पूर्वी राजस्थान जिसने कांग्रेस को सत्ता में वापसी दिलाई थी, इस क्षेत्र में इस बार भाजपा को सत्ता में आसीन किया है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से बीजेपी का सीएम डिक्लेयर नहीं करने को लेकर कसे तंज को लेकर किरोड़ी मीणा ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि जब 2008 में अशोक गहलोत मुख्यमंत्री बने थे तब उनका नाम फाइनल होने में 17 दिन लगे थे।
Compiled: up18 News