शराबबंदी को लेकर जीतन राम मांझी का नीतीश पर हमला: बोले, 100 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली

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100 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली: जीतन राम मांझी

उन्होंने कहा कि 100 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली। पहले गांव 2005 से 2015 तक गांव-गांव में शराब बेचने का लाइसेंस दे दिया और अब नाटक कर रहे हैं। यह सब अनुसूचित जाति को परेशान करने की साजिश है।

शराबबंदी के चलते अनुसूचित जाति के लोग सबसे अधिक परेशान

जीतन राम मांझी ने कहा कि शराबबंदी के चलते सबसे अधिक अनुसूचित जाति के लोग परेशान हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि गरीब तबका का लोग थकान मिटाने के लिए पाव भर पी लेते हैं। लेकिन इसके बाद पुलिस ब्रेथ एनालाइजर लगाकर इन्हें जेल के अंदर धकेल देती है। 80 फीसदी निचले तबके के लोग इसमें फंसे हुए हैं।

जीतन राम मांझी ने कहा कि पुलिस चालान दिखाती है 3000 रुपये का लेकिन वास्तव में 7 से 8 हजार रुपये जुर्माना ले लेती है। मजदूर तो 500 रुपया कमाता है, वह कहां से जुर्माना भरेगा।

हमलोग आए तो सभी को फ्री छोड़ देंगे: जीतन राम मांझी

जीतन राम मांझी ने कहा कि हमलोग 2025 में आए तो गुजरात मॉडल लागू करेंगे नहीं तो सभी को पीने के लिए फ्री छोड़ देंगे। पहले भी तो यही था। पहले तो सबकुछ सही चल रहा था। शराबबंदी में जहरीली शराब पीकर लोग मर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा शराब नीति बिल्कुल ही दोषपूर्ण और गलत है।

Compiled: up18 News