हार्दिक पंड्या आगामी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) सीजन में मुंबई इंडियंस (एमआई) की कप्तानी करेंगे। बांग्लादेश के खिलाफ विश्व कप मैच के दौरान टखने में चोट लगने के कारण पंड्या पिछले साल अक्टूबर से ही मैदान से बाहर थे। हालांकि, अब उन्होंने आईपीएल की तैयारियां फिर से शुरू कर दी हैं और बड़ौदा में अपने भाई क्रुणाल पंड्या और एमआई के साथी ईशान किशन के साथ ट्रेनिंग कर रहे हैं।
ईशान किशन और श्रेयस अय्यर पर एक्शन तो हार्दिक पंड्या पर क्यों नहीं?
इस बीच भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट जारी किया था, जिसमें हार्दिक पंड्या को रिटेनरशिप में ग्रेड ए अनुबंध मिला। यह हैरान करने वाला था, क्योंकि किशन और श्रेयस अय्यर को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर रखा गया है। देखा जाए तो हार्दिक पंड्या से अधिक मैच इन दोनों ने खेले और रणजी ट्रॉफी खेलने से कतराने की वजह से बोर्ड ने एक्शन लिया। दूसरी ओर, हार्दिक पंड्या लंबे समय से डोमेस्टिक नहीं खेल रहे हैं, लेकिन उनपर एक्शन नहीं लिया गया।
सभी प्लेयर्स के लिए नियम-कानून एक होना चाहिए: इरफान पठान
रिपोर्ट है कि सिलेक्टर्स खेल के सबसे लंबे प्रारूप के वर्कलोड को देखते हुए हार्दिक पंड्या को टेस्ट में नहीं खिला रहे हैं, लेकिन इस बीच भारत के पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान ने एक ट्वीट करते हुए सवाल उठाया है। उनका मानना है कि अगर पंड्या टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलना चाहते हैं तो उन्हें कम से कम घरेलू सफेद गेंद वाले खेलों में भाग लेना चाहिए जब वह राष्ट्रीय टीम के साथ नहीं होते हैं। पठान का सुझाव है कि चयन मानदंड सभी खिलाड़ियों के लिए समान होना चाहिए।
इरफान पठान को मिल रहा जबरदस्त समर्थन
इरफान पठान ने एक्स पर लिखा, श्रेयस और ईशान दोनों ही टैलेंटेड क्रिकेटर हैं। उम्मीद है कि वे वापसी करेंगे और मजबूती से वापसी करेंगे। यदि हार्दिक जैसे खिलाड़ी रेड बॉल क्रिकेट नहीं खेलना चाहते हैं तो क्या उन्हें और उनके जैसे प्लेयर्स को नेशनल ड्यूटी पर नहीं होने पर वाइट बॉल वाले घरेलू क्रिकेट में भाग लेना चाहिए? यदि यह सभी (नियम) पर लागू नहीं होता है, तो भारतीय क्रिकेट मनचाहा परिणाम प्राप्त नहीं कर पाएगा! उनके ट्वीट पर ढेरों क्रिकेट फैंस ने अपना समर्थन भी जताया है।
-एजेंसी
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