अंदरूनी कलह: फतेहपुरसीकरी से भाजपा प्रत्याशी राजकुमार चाहर के विरोध में उतरे बीजेपी विधायक चौधरी बाबूलाल, बेटे रामेश्वर को निर्दलीय लड़ाने का ऐलान

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आगरा। फतेहपुरसीकरी विधानसभा के मौजूदा विधायक और पूर्व सांसद चौधरी बाबूलाल मौजूदा भाजपा प्रत्याशी राजकुमार चाहर के विरोध में जमकर मैदान में उतर आए हैं। होली मिलन समारोह का बहाना बनाकर शक्ति प्रदर्शन करने वाले चौधरी बाबूलाल ने संगठन से मांग की है कि अगर प्रत्याशी का चेहरा नहीं बदला गया तो उनका पुत्र रामेश्वर चौधरी चुनाव मैदान में उतरेगा और मौजूदा प्रत्याशी के खिलाफ़ चुनाव लड़ेगा।

लोकसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी जहां अबकी बार 400 पार का नारा दे रही है तो वहीं चुनाव मैदान में भारतीय जनता पार्टी के अपने ही इसे मुश्किल बना रही है। हम बात कर रहे हैं जनपद आगरा के फतेहपुरसीकरी लोकसभा की। फतेहपुरसीकरी लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी ने मौजूदा सांसद राजकुमार चाहर को अपना प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा है. वहीं फतेहपुर सीकरी विधानसभा से मौजूद भाजपा विधायक चौधरी बाबूलाल के पुत्र रामेश्वर चौधरी ने भी निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। अब भारतीय जनता पार्टी के दो दिग्गज नेता आमने-सामने है।

मंगलवार को फतेहपुरसीकरी लोकसभा के किरावली क्षेत्र में होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया था। दरअसल यह होली मिलन समारोह बहाना था। इस दौरान रामेश्वर चौधरी को अपनी शक्ति प्रदर्शन करना था। रामेश्वर चौधरी के पिता और भाजपा विधायक चौधरी बाबूलाल ने राजकुमार चाहर के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि हमने कभी किसी का विरोध नहीं किया मगर अगर पार्टी ने प्रत्याशी का चेहरा चेंज किया तभी हम रामेश्वर चौधरी को चुनाव लड़ने से रोकेंगे।

इस शक्ति प्रदर्शन में रामेश्वर चौधरी के समर्थकों की भारी भीड़ देखी जा रही थी। मंच से चौधरी बाबूलाल ने ऐलान देते हुए कहा कि राजकुमार चाहर ने सांसद रहते हुए 2019 में कितने विकास कार्य किये, जनता सब जानती है। हमने कभी किसी का विरोध नहीं किया। 2024 में भी हमने पार्टी से कहा कि प्रत्याशी का चेहरा चेंज कर दो लेकिन नहीं किया गया। मगर पार्टी को अभी समय दिया जा रहा है। बार-बार उग्र हो रहे चौधरी बाबूलाल मौजूदा भाजपा प्रत्याशी राजकुमार चाहर पर तीखा कटाक्ष कर रहे थे।

चौधरी बाबूलाल खेमे के शक्ति प्रदर्शन के बाद से अब फतेहपुर सीकरी सांसद सीट पर चुनाव के समीकरण बदल गए हैं। भाजपा के दो दिग्गज जहां आमने-सामने हैं और दोनों अपनी अपनी जीत के दावे कर रहे हैं। पिछली बार राजकुमार चाहर बड़े अंतर से सांसद का चुनाव जीते थे लेकिन इस बार उनकी ही पार्टी के दिग्गज नेता उनके खिलाफ खड़े हो रहे हैं। देखना होगा कि आपसी संग्राम की यह लड़ाई क्या रंग लाती है।