भारत का नेपाल को सख्‍त संदेश, चीन के बनाए प्रोजेक्‍ट की बिजली नहीं लेंगे

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यही नहीं भारत ने नेपाल से निर्यात की जाने वाली के उत्‍पादन को लेकर सबूत भी मांग लिया है। भारत ने नेपाल से खरीदी जाने वाली बिजली की जांच शुरू कर दी है। भारत ने चीन के बनाए हाइड्रो प्रॉजेक्‍ट से बिजली खरीदने से साफ इंकार कर दिया है। यही नहीं भारत अब यह पता लगा रहा है कि नेपाल ने जिन बिजली प्रॉजेक्‍ट से बिजली का निर्यात करना चाहता है, उनमें चीन निवेश की कोई भूमिका है या नहीं। नेपाल बिजली प्राधिकरण के निदेशक प्रबल अधिकारी ने काठमांडू पोस्‍ट अखबार से कहा, ‘अब भारत ने फाइनेंशियल क्‍लोजर की डिटेल मांगी है।’

चीन पर नेपाल को भारत का सख्‍त संदेश

प्रबल ने कहा, ‘इसमें पूछा गया है कि किस तरह से प्रॉजेक्‍ट को फाइनेंस किया गया है। किस संस्‍था और अन्‍य एजेंसियों को प्रॉजेक्‍ट में शामिल किया गया है। हमने पूरी डिटेल भारत को भेज दी है।’ नेपाल अभी भारत को 452 मेगावाट बिजली बेचता है। नेपाल अब 18 और हाइड्रोपावर प्रॉजेक्‍ट से बिजली करना चाहता है। इनकी कुल क्षमता 1 हजार मेगावाट है। भारत ने अब सभी बिजली परियोजनाओं की फाइनेंशियल क्‍लोजर डिटेल को मांगा है।

नेपाली अधिकारियों ने कहा कि भारत अब हाइड्रो पावर प्रॉजेक्‍ट की पूरी जांच करना चाहता है। ऐसे में अब नेपाल चीन की बनाई बिजली को भारत को नहीं बेच पाएगा।

उन्‍होंने कहा कि भारत इसके जरिए यह सुनिश्चित करना चाहता है कि चीन के पैसे से बनाई बिजली भारत को न बेची जाए। भारत ने नेपाल को साफ कर दिया है कि वह चीन की सीधी या अप्रत्‍यक्ष रूप से बनाई गई बिजली को नहीं खरीदेगा। नेपाल भारत को छोड़कर अभी किसी भी देश को बिजली नहीं बेच पा रहा है। चीन अभी नेपाल से कोई बिजली नहीं खरीदता है।

Compiled: up18 News