भारत इसराइल के साथ, लेकिन महबूबा मुफ्ती फलस्तीन के समर्थन में

Politics

इस मामले में अब जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और जम्मू-कश्मीर पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ़्ती ने कहा है कि सालों तक जब मासूम फ़लस्तीनी मरते रहे तो दुनिया चुपचाप देखती रही आज सभी कड़ी प्रतिक्रिया दे रहे हैं.

उन्होंने एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखा- “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इसराइल-फ़लस्तीनी संघर्ष पर दुनिया को जागरूक करने के लिए ऐसी मौत और विनाश की ज़रूरत पड़ रही है. सालों साल जब मासूम फलस्तीनी की हत्या की जा रही थी जो लोग चुपचाप तमाशा देख रहे थे आज जब दूसरा पक्ष ऐसे हालात में हैं तो तथाकथित लोकतांत्रिक देश आक्रोशित हो रहे हैं. ये सलेक्टिव आक्रोश अपराध है. फ़लस्तीन का मुद्दा सुलझाया जाए ताकि शांति बहाल हो. ”

इसराइल और हमास के संघर्ष में भारत ने इसराइल का समर्थन किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे ‘आतंकवादी’ हमला बताया है और कहा है कि वो इस मुश्किल वक़्त में इसराइल के साथ मज़बूती से खड़े हैं.

अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन सहित बड़े पश्चिमी देश इसराइल के समर्थन में उतरे हैं. अमेरिका ने इसराइल की मदद के लिए वॉरशिप और जेट भेजे हैं. साथ ही कहा है कि वह और भी सैन्य मदद देगा. हमास आतंकवादियों के हमलों में अब तक 700 से अधिक इसराइली लोग मारे गए है.

गज़ा में इसराइल के जवाबी हमले में 400 से अधिक लोगों की मौत हुई है. इसराइल के हमले के बाद गज़ा में 2300 से अधिक घायल हैं, यहां अस्पतालों में घालयों की बाढ़ आ गई है. गज़ा के अस्पतालों में बिजली काटी जा रही है इससे अस्पतालों की परेशानियां बढ़ गई हैं.

Compiled: up18 News