जयपुर में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने कहा है कि भारत में लोकतांत्रिक व्यवस्था लगातार मजबूत हो रही है। हमारा देश दुनिया की सबसे बड़ी विविधता को समाहित करते हुए लोकतांत्रिक तरीकों से अपनी विकास यात्रा में आगे बढ़ रहा है। आजादी के बाद से 75 वर्षों में हमारे देश ने तमाम चुनौतियों का सामना करते हुए अपने लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत बनाए रखा है। राष्ट्रपति शुक्रवार शाम जयपुर में ‘लोकतंत्र को मजबूत करने में राजस्थान विधानमंडल के प्रमुख संवैधानिक पदाधिकारियों की भूमिका’ विषय पर एक सेमिनार में बोल रही थीं। यह सेमिनार देश के पूर्व उपराष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत की जन्म शताब्दी मनाने के लिए राष्ट्रमंडल संसदीय संघ ने किया था।
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने कहा- भैरों सिंह शेखावत ने केवल राजस्थान ही नहीं पूरे देश की राजनीति में अपने व्यक्तित्व की अमिट छाप छोड़ी है। राजस्थान के मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने राज्य के विकास और लोगों के कल्याण के लिए कई योजनाओं की कल्पना की और उन्हें लागू किया। वहीं भारत के उपराष्ट्रपति के रूप में उन्होंने भारतीय संसद की उच्च परंपराओं का निर्वहन करने के साथ उन्हें मजबूत बनाया। उन्होंने राजस्थान और देश के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके आदर्श हमारे देश के सभी जन प्रतिनिधियों के लिए अनुकरणीय हैं।
उन्होंने कहा-भैरोसिंह शेखावत राजनीतिक और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं की शुचिता के प्रखर पैरोकार थे,राजनीति से ऊपर उठकर हरेक दल के लोगों से आत्मीय संबंध रखते थे। मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रही जनता के लिए अन्त्योदय योजना, काम के बदले अनाज’ जैसी योजनाएं शुरू कीं जो देश के अन्य राज्यों में भी अपनाई गईं।
मुर्मू ने कहा- हमारे लोकतंत्र की जीवंतता का सबसे बड़ा प्रमाण हमारा आम चुनाव हैं। 17वीं लोकसभा के लिए 2019 में हुए आम चुनाव में 61.3 करोड़ मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया, जो एक रिकॉर्ड था। पहली बार महिला सांसदों की संख्या 100 का आंकड़ा पार कर गई है। भविष्य में यह संख्या और बढ़ेगी।
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने कहा- हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था में समाज के सभी लोगों, विशेषकर पिछड़े और कमजोर वर्गों और महिलाओं को प्रतिनिधित्व दिया गया है। पंचायती राज व्यवस्था हमारे लोकतंत्र में मूलभूत भूमिका निभा रही है। आज देश के 2.75 लाख से अधिक स्थानीय ग्रामीण निकायों में 31.5 लाख से अधिक निर्वाचित जनप्रतिनिधियों में से 46 प्रतिशत महिलाएं हैं।
राष्ट्रपति ने कहा- राजस्थान की जनता और उनके प्रतिनिधियों ने भारतीय लोकतंत्र की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। राजस्थान के लोग संसदीय लोकतंत्र के मूल्यों को मजबूत करेंगे और राज्य और देश के विकास में योगदान देना जारी रखेंगे।
LIVE: President Droupadi Murmu’s address at the seminar organised by Commonwealth Parliamentary Association (Rajasthan Branch) at Jaipur https://t.co/Z0Z136H2yH
— President of India (@rashtrapatibhvn) July 14, 2023