IMF प्रमुख ने अर्थव्यवस्थाओं में मंदी की तरफ इशारा किया है. उन्होंने कहा कि ग्लोबल इकोनॉमी की ग्रोथ तीन प्रतिशत से नीचे रह सकती है. इस साल सभी ग्रोथ के आधे हिस्से में भारत और चीन के योगदान का अनुमान लगाया गया है.
उन्होंने कहा कि ग्लोबल इकोनॉमी में तेजी से गिरावट के पीछे कोविड महामारी और रूस का यूक्रेन में युद्ध को जारी रखना है.
क्रिस्टालिना का कहना है कि यह काफी लंबे समय तक चलेगा और अगले पांच साल तक हम तीन प्रतिशत से नीचे की ग्लोबल ग्रोथ को देखेंगे.
ऐसा 1990 के बाद पहली बार ग्रोथ का अनुमान लगाया गया है. इससे पहले हमेशा ग्रोथ तीन प्रतिशत से ज्यादा रही है.
Compiled: up18 News