श्रीप्रेमनिधि जी जैसी भक्ति हो तो संभव है प्रभु दर्शन भीः अतुल कृष्ण

Religion/ Spirituality/ Culture

व्यास पूजन के साथ अग्रसेन भवन, लोहामंडी में हुआ श्रीराम कथा का शुभारंभ

श्रीप्रेमनिधि जी मंदिर न्यास कर रहा है सात दिवसीय कथा का आयोजन

प्रथम दिन कथा के बाद भक्तों ने लिया हरिप्रिया रासमंडली, बरसाना के रास का आनंद

प्रतिदिनि दोपहर 3 बजे से होगी कथा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम संग महाप्रसादी भी

आगरा। व्यास पूजन, गुरु वंदन और महारास के साथ श्रीप्रेमनिधि मंदिर, न्यास द्वारा आयोजित श्रीराम कथा का शुभारंभ हुआ। रविवार को लोहामंडी स्थित महाराजा अग्रसेन भवन में सात दिवसीय श्रीराम कथा आरंभ हुयी। वंृदावन से पधारे अंतर्राष्ट्रीय कथा व्यास अतुल कृष्ण भारद्वाज ने गुरु एवं नाम जप की महिमा के साथ भावना और भक्ति की सरल सहज शब्दों में व्याख्या दी। कहा कि गुरु सदैव अपने शिष्य को अंधकारमय जीवन से मुक्त कर प्रकाश की ओर आगे बढ़ाने के लिए मार्गदर्शन करता है।

जीव की भक्ति उसे प्रभु कृपा का पात्र बनाती है। भक्ति की भावना थी जो श्रीप्रेमनिधि जी को श्रीकृष्ण ने स्वयं दर्शन दिए और मशाल जलाकर उनका मार्गदर्शन किया। कथा व्यास ने कहा कि आगरा की धरा पावन है जहां श्रीप्रेमनिधि जी जैसे ठाकुर जी के अनन्य भक्त हुए। उनकी भक्ति से सिद्ध हुए ठाकुर श्याम बिहारी जी के आशीर्वाद से ही आज प्रथम बार मंदिर न्यास द्वारा श्रीराम कथा का भव्य आयोजन किया जा रहा है।

श्रीराम कथा का शुभारंभ करते हुए कहा कि राम चरित मानस रूपी गंगा विश्व के प्रत्येकजन तक स्वयं पहुंचेगी। कलयुग में नाम की महिमा है। राम नाम भगवत भजन एक मात्र साधन है जो मानव समाज को भव सागर से पार उतार देता है। राम नाम की महिमा गाकर ही भक्त प्रहलाद, बालक ध्रुव, भक्त मीरा, संत रविदास, श्रीप्रेमनिधि जी जैसे भक्त नाम स्मरण करते हुए साक्षात देवलोक पहुंचे।

भक्तमाल पुस्तक में वर्णित सभी भक्तों ने अपनी भक्ति सार्थक की। उन्होंने कहा कि भैया दूज से अष्टमी के मध्य श्री कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी अंगुली पर धरा था। ये संयोग है कि इस पावन समय में राम कथा हो रही है। कथा के मुख्य यजमान सुमन एवं ब्रजेश सूतैल हैं एवं प्रथम दिवस के दैनिक यजमान माया देवी एवं महेश चंद्र अग्रवाल थे।

श्रीप्रेमनिधि मंदिर के मुख्य सेवायत हरि मोहन गोस्वामी और सुनीत गोस्वामी ने बताया कि सात दिवसीय श्रीराम कथा में प्रतिदिन एक कांड पूर्ण किया जाएगा, जिसमें प्रथम दिन बालकांड का वाचन हुआ। इसी क्रम में आगे अयोध्याकांड, अरण्यकांड, किष्किन्धाकांडा, सुंदरकांड, लंका कांड और उत्तर कांड होंगे।

श्रीप्रेमनिधि मंदिर, नाई की मंडी के प्रशासक दिनेश पचौरी ने बताया कि श्रीराम चरित मानस में सात कांड होने के कारण ही सात दिवसीय कथा का आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि कथा में प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं प्रसादी का प्रबंध भी रहेगा।

प्रथम दिन की कथा के बाद हरिप्रिया रास मंडली, बरसाना द्वारा महारास की प्रस्तुति दी गयी, जिसे देखकर श्रद्धालु भक्ति भाव से विभाेर हो उठे। समापन पर सभी ने महाप्रसादी का आनंद लिया।

इस अवसर पर मनोहर सिंह धाकड़, दिनेश मित्तल, एसके समाधिया, प्रकाश धाकड़, पीयूष गोयल, राजेश धाकड़, राधा रानी, साधना अग्रवाल, रोहित वशिष्ठ, आशीष सिंघल, अखिलेश अग्रवाल, आशीष पचौरी आदि उपस्थित रहे।