लखनऊ। पहाड़ों पर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ का असर समाप्त होने से उत्तर प्रदेश में मौसम शुष्क बना हुआ है. आगामी 7 जून से ड्राइ और गर्म पछुआ हवाओं के जोर से अगले चार दिन के दौरान तापमान में 4 से 5°C की बढ़ोतरी के आसार हैं। ज्यादातर जिलों में शुक्रवार को अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई. शनिवार को भी तापमान में वृद्धि होगी. 48 घंटे बाद प्रदेश के कुछ इलाकों में हीट वेव कंडीशन भी हो सकती है.
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार पिछले दिनों हुई बारिश के कारण मौसम में 60 से लेकर 80% तक आद्रता है. अब मौसम शुष्क हो गया है. बारिश की संभावना नहीं है. तेज धूप निकल रही है. ऐसे में वायु में व्याप्त नमी और तेज धूप के कारण उमस भरी गर्मी में वृद्धि होगी.
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार शनिवार को लखनऊ में आसमान साफ रहेगा, तेज धूप खिलेगी. अधिकतम तापमान 41 व न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.
मौसम विभाग के अनुसार आगामी सप्ताह में प्रदेश भर में लू (Heatwave) चलने की भी संभावना है। लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, आगरा, झांसी, बरेली, अलीगढ़ समेत पश्चिमी और मध्य यूपी के जिलों में तापमान 46 से 47 डिग्री तक जा सकता है।
मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार, यूपी के ये जिले सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे:
लखनऊ मंडल: लखनऊ, रायबरेली, उन्नाव, बाराबंकी
पूर्वी यूपी: प्रयागराज, वाराणसी, जौनपुर, भदोही, मिर्जापुर
पश्चिमी यूपी: आगरा, फिरोजाबाद, एटा, मैनपुरी, अलीगढ़, हाथरस
बुंदेलखंड: झांसी, ललितपुर, महोबा, हमीरपुर, चित्रकूट
इन क्षेत्रों में अगले पांच दिन तेज लू चलने की संभावना है। वरिष्ठ नागरिकों, बच्चों और पहले से बीमार लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
वहीं, प्रदेश के दक्षिणी हिस्से, विंध्य क्षेत्र, प्रयागराज और बुंदेलखंड में 9 और 10 जून को लू चलने का भी पूर्वानुमान है। 11 जून के बाद हवा का रुख पूर्वा होगी। पूर्वांचल से शुरू होकर दोबारा बूंदाबांदी का दौर देखने को मिलेगा।
बीएचयू के डॉ. ज्ञान प्रकाश ने बताया-मानसूनी बादल यूपी में 20 जून तक पहुंच सकते हैं। लेकिन, यह भी मौसम के वर्तमान परिदृश्य को देखकर कहना थोड़ा कठिन होगा, क्योंकि अभी भी पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव है।
गर्मी कम होने की वजह से बंगाल की खाड़ी में अब तक लो प्रेशर डेवलप नहीं हुआ है। माहौल तो बन रहा है, लेकिन गर्मी कम होने और मॉइस्चर के बार-बार रिलीज हो जाने की वजह से बारिश समय से हो जाए यह कह पाना थोड़ा मुश्किल हो रहा है।
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