जुलाई में वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए भारतीय टीम की घोषणा हो गई है। इसमें सबसे ज्यादा चर्चा चेतेश्वर पुजारा को टीम में जगह नहीं मिलने पर है। यह अनुमान लगाया जा रहा है कि यशस्वी जयसवाल नंबर 3 पर बल्लेबाजी करते नजर आ सकते हैं, जहां पिछले दशक से पुजारा का कब्जा था। रोहित शर्मा की कप्तानी वाली इस टीम में और कोई बड़े बदलाव देखने को नहीं मिले हैं।
सुनील गावस्कर ने जताई नाराजगी
भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर को लगता है कि यह चयनकर्ताओं को बड़े नामों को आराम देकर युवा खिलाड़ियों को जगह देने का मौका था। वहीं पुजारा को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में बल्लेबाजों के प्रदर्शन प्रदर्शन के बाद ‘बलि का बकरा’ बनना पड़ा है। सुनील गावस्कर ने स्पोर्ट्स टुडे से कहा- उन्हें हमारी बल्लेबाजी के फेल होने पर बलि का बकरा क्यों बनाया गया है? वह भारतीय क्रिकेट के वफादार सेवक, शांत और सक्षम व्यक्ति रहे हैं। लेकिन क्योंकि उसके किसी भी मंच पर लाखों में फॉलोअर्स नहीं हैं जो बाहर होने पर शोर मचा सकें, तो आप उसे हटा देते हैं? यह समझ से परे की बात है।
सुनील गावस्कर ने इस पर अफसोस जताया कि चयनकर्ताओं से सवाल नहीं पूछे जा सकते। चयनकर्ता आजकल प्रेस कॉन्फ्रेंस करते टीम की घोषणा नहीं करते हैं। उन्होंने कहा- उन्हें टीम से हटाने और फेल हुए अन्य खिलाड़ियों को रखने का क्या पैमाना है। मुझे नहीं पता क्योंकि आजकल चयन समिति के अध्यक्ष या ऐसे किसी भी व्यक्ति के साथ मीडिया की कोई बातचीत नहीं होती है जिससे आप ये प्रश्न पूछ सकें।
WTC फाइनल में फेल रही थी पूरी बैटिंग
चेतेश्वर पुजारा भारत के लिए सिर्फ टेस्ट मैच खेलते हैं। उन्हें पिछले साल की शुरुआत में भी टीम से ड्रॉप किया गया था। लेकिन काउंटी में बेहतरीन प्रदर्शन के बाद टीम में वापसी हो गई। इस बार काउंटी में पुजारा रन बना रहे थे। लेकिन वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में 14 और 27 रनों की पारी ही खेल पाए। हालांकि रोहित शर्मा, शुभमन गिल और विराट कोहली के बल्ले से भी रन नहीं निकले थे। लेकिन वे टीम में बने हुए हैं।
-Compiled by up18 News