फिरोजाबाद: अब वयस्क क्षय रोगियों को भी गोद लेंगी स्वयंसेवी संस्थाएं, हर महीने उपलब्ध कराएंगी पोषण किट

Press Release

फिरोजाबाद: देश को वर्ष 2025 तक क्षय रोग से मुक्त करने के लिए चलाए जा रहे विभिन्न अभियान के तहत अब जनपद में बाल क्षय रोगियों के अतिरिक्त वयस्क महिला व पुरुष क्षय रोगियों को भी स्वएयंसेवी संस्थाएं एवं गणमान्य नागरिक गोद लेंगे।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार प्रेमी ने बताया कि टीबी मरीजों को गोद लेने वाली संस्थाएं हर महीने उन्हें पोषण किट उपलब्ध कराएंगी तथा उनकी सुख सुविधाओं के साथ सेहत का ख्याल रखेंगी। इसके साथ ही क्षय रोगियों का मनोबल बढ़ाते हुए बताएंगी कि संपूर्ण इलाज से टीबी पूरी तरह से ठीक हो जाती है।

उप जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि पहले जनपद में राज्यपाल की पहल पर बाल क्षय रोगियों को गोद लिया गया था। शासन के नए दिशा -निर्देश के क्रम में विश्व क्षय रोग दिवस यानि 24 मार्च 2022 से प्रदेश में सभी तरह के क्षय रोगियों को गोद लेने के लिए एक माह का विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान बाल क्षय रोगियों के साथ ही वयस्क महिला क्षय रोगी को गोद लिया जाएगा। इसके बाद वयस्क पुरुष क्षय रोगी को गोद लेने की प्रक्रिया शुरु की जाएगी। गोद लेने वाली संस्था द्वारा क्षय रोगी को अपने परिवार के सदस्य के समान डॉट्स के माध्यम से दी जाने वाली औषधियों के नियमित सेवन और के लिए प्रेरित किया जाएगा।

डॉ कुमार ने बताया कि इस अभियान की साप्ताहिक समीक्षा मुख्य विकास अधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधिकारी के द्वारा तथा मासिक समीक्षा जिलाधिकारी द्वारा स्वयं की जाएगी। जिन क्षय रोगियों का उपचार समाप्त हो जाएगा, उनकी जगह नए क्षय रोगियों को गोद लेकर इस प्रक्रिया को जारी रखा जाएगा। राज्यपाल के लखनऊ मॉडल पर होगा संचालन

प्रदेश की राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल ने वर्ष 2019 में क्षय रोगियों को गोद लिए जाने का कार्यक्रम जनपद फिरोजाबाद के साथ प्रदेश के सभी 75 जनपदों में चलाया था। इसके तहत क्षय रोगियों को गोद लेकर उन्हें भावनात्मक के साथ ही न्यूट्रीशनल ( पोषण ) सपोर्ट के लिए लोकोपकारी सामाजिक संस्थाओं, शैक्षणिक संस्थाओं, गणमान्यय नागरिकों से अनुरोध किया गया था। उनके आह्वान पर लगभग 40 हजार क्षय रोगियों को गोद लेकर उन्हें क्षय रोग से लड़ने में सहयोग प्रदान किया गया है। कई जनपदों के द्वारा इस दिशा में उल्लेखनीय कार्य किया गया है। इसके तहत फिरोजाबाद में 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों तथा 18 वर्ष से अधिक आयु की महिला क्षय रोगियों को अलग अलग श्रेणी में बांटकर गोद दिलवाने का कार्य किया गया।

24 मार्च से चलेगा एक माह का विशेष अभियान

डॉ. अशोक कुमार का कहना है कि फिरोजाबाद में अब तक सिर्फ 18 साल तक के बाल क्षय रोगियों को गोद लेने के अभिनव प्रयास के तहत पूरे प्रदेश में बाल क्षय रोगियों के साथ साथ अब जनपद की संस्थाओं के द्वारा सभी क्षय रोगियों को गोद लेकर उनको इलाज पूरा होने तक निःशुल्क पोषक खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जायेगी।

अब शासन ने इसे वृहद स्वरुप देने का निर्णय लिया है। इसके तहत अब बाल क्षय रोगियों के अतिरिक्त 18 साल से ऊपर की आयु के वयस्क महिला क्षय रोगियों, वयस्क पुरुष क्षय रोगियों के साथ ही ड्रग रेजिस्टेंट व कोमार्बिडिटी वाले क्षय रोगियों को गोद लिए जाने के लिए आगामी 24 मार्च ( विश्व क्षय रोग‍ दिवस ) से एक माह तक क्षय रोग से ग्रसित बच्चों एवं महिलाओं को गोद लेने का विशेष अभियान प्रारंभ किया जाएगा।

राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम की जिला कार्यक्रम समन्वयक आस्था तोमर ने बताया कि क्षय रोगियों को इलाज के दौरान 500 रुपए प्रतिमाह पोषण भत्ता के रुप में पूर्व की भांति दिया जाता रहेगा। गोद लेने वाली संस्थाओं के द्वारा हर क्षय रोगी को हर महीने एक किलो मूंगफली, एक किलो भुना चना, एक किलो गुड़, एक किलो सत्तू, एक किलो तिल या गजक, एक किलो अन्य न्यूट्रीशन सप्लीमेंट आदि पिछले 4 साल से लगातार दिया जा रहा है। यह उन्हें तब तक दिया जाता है जब तक वह पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाते है.

जिला पीपीएम समन्वयक मनीष यादव ने बताया कि टीबी के लक्षण दिखें तो जिला क्षय रोग केंद्र आकर टीबी की जांच कराएं। उपचारित मरीज अपनी दवा बीच में ना छोड़े।

क्षय रोग के लक्षण-

-दो हफ्ते या उससे अधिक समय से लगातार खांसी का आना ।
— वजन का घटना एवं भूख कम लगना ।
– बुखार, विशेष रूप से शाम को बढ़ने वाला ।
– — खांसी के साथ बलगम का आना ।
– बलगम के साथ खून का आना ।
– – सीने में दर्द ।
– प्रभावित अंगों के अनुसार लक्षण ।

-up18 News