चुनाव आयोग ने आज सभी राष्ट्रीय दलों के अध्यक्षों और महासचिवों के साथ एक बैठक की। इस बैठक में रिमोट वोटिंग मशीन पर चर्चा की गई। भारत निर्वाचन आयोग ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को प्रवासी मतदाताओं के लिए रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन प्रोटोटाइप दिखाया। बता दें कि चुनाव आयोग प्रवासी मतदाताओं को रिमोट वोटिग की सुविधा देने के लिए कार्य कर रहा है।
विपक्षी दल RVM के डेमो को नहीं देखना चाहता: दिग्विजय सिंह
इस मौके पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने आरवीएम के कामकाज के डेमो के लिए चुनाव आयोग (ईसी) द्वारा बुलाई गई राजनीतिक दलों की बैठक में भाग लेने के बाद संवाददाताओं से कहा- ‘कोई विपक्षी दल रिमोट वोटिंग मशीन (आरवीएम) के डेमो को नहीं देखना चाहता। पहले ऐसी मशीन की आवश्यकता के मुद्दे को सुलझाया जाना चाहिए।’
मतदान प्रतिशन को बढ़ाना है चुनाव आयोग का मकसद
चुनाव आयोग के अनुसार प्रोटोटाइप मल्टी-कंस्टीट्यूएंसी रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (RVM) प्रवासी मतदाताओं को दूरस्थ मतदान केंद्रों से मतदान करने में सक्षम बनाएगी। चुनाव आयोग ने बताया कि घरेलू प्रवासियों के मतदान करने में असमर्थता की कमी मतदान प्रतिशत के प्रमुख कारणों में से एक है। उन्होंने कहा कि प्रवासी मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए अपने गृह जिले की यात्रा करने की आवश्यकता नहीं होगी।
बैठक में सभी राजनीतिक दलों को दिया निमंत्रण
बता दें कि चुनाव आयोग ने बैठक मे शामिल होने के लिए सभी मान्यता प्राप्त आठ राष्ट्रीय और 57 क्षेत्रीय राजनीतिक दलों को आमंत्रित किया।
चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों से मांगे विचार
उल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग ने 31 जनवरी 2023 तक घरेलू प्रवासियों के लिए कानून में आवश्यक बदलाव, प्रशासनिक प्रक्रियाओं में बदलाव और मतदान पद्धति/आरवीएम/प्रौद्योगिकी सहित विभिन्न संबंधित मुद्दों पर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के लिखित विचार भी मांगे हैं।
Compiled: up18 News