ED ने अस्थायी रूप से कुर्क की यूनिटेक इन्फोपार्क लिमिटेड की कीमती जमीन

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यह है मामला

यूनिटेक समूह और इसके प्रवर्तकों के खिलाफ घर खरीदारों की शिकायतों के आधार पर दिल्ली पुलिस और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दर्ज कई प्राथमिकियों से धन शोधन का यह मामला सामने आया था। ईडी ने इस विषय में एक निचली अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया था। ईडी ने आरोप लगाया है कि आवासीय परियोजना के लिए घर खरीदारों से एकत्र किए गए धन को उस उद्देश्य के लिए उपयोग नहीं किया गया और इस तरह उनके साथ धोखाधड़ी की गई तथा आरोपियों ने धनशोधन का अपराध किया है। प्रीति चंद्रा के खिलाफ यह आरोप है कि उन्हें अपराध की आय के रूप में अपनी कंपनी प्राकौसली इन्वेस्टमेंट प्राइवेट लिमिटेड में 107 करोड़ रुपये प्राप्त हुए, लेकिन धन के उपयोग का खुलासा नहीं किया गया।

चंद्रा की बेनामी कंपनी के पास 39.83 प्रतिशत शेयर

ईडी ने सोमवार को कहा कि कुर्क की गई जमीन की कीमत 125.06 करोड़ रुपये है। उक्त जमीन का स्वामित्व यूनिटेक इन्फोपार्क लिमिटेड के पास है। इसमें 39.83 प्रतिशत शेयर नारनिल इन्फोसॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड (यूनिटेक समूह के प्रवर्तक चंद्रा की बेनामी कंपनी) के पास हैं।

दर्ज मामलों के आधार पर कार्रवाई

बयान में कहा गया कि यूनिटेक समूह, उसके  प्रवर्तकों और अन्य के खिलाफ घर खरीदारों की शिकायत पर दिल्ली पुलिस और सीबीआई ने मामले दर्ज किए हैं। इन्हीं मामलों के आधार पर यह कार्रवाई की गई है।

1.50 करोड़ डॉलर का किया था निवेश

ईडी ने कहा कि जांच में पता चला कि यूनिटेक के चंद्रा ने नार्निल इन्फोसॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से यूनिटेक इन्फोपार्क लिमिटेड में 1.50 करोड़ डॉलर (वर्तमान कीमत 125.06 करोड़ रुपये) का निवेश किया था

पांच लोगों को किया था गिरफ्तार

ईडी ने संजय चंद्रा, अजय चंद्रा, रमेश चंद्रा, प्रीति चंद्रा और राजेश मलिक नाम के पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। अब तक ईडी द्वारा दो अभियोजन शिकायतें दायर की गई हैं और पीएमएलए अदालत ने उनका संज्ञान लिया है। अब तक, ईडी ने 1,257.61 करोड़ रुपये की कुल घरेलू और विदेशी संपत्तियों को अस्थायी रूप से जब्त किया है।

अब तक इतने करोड़ से अधिक का घोटाला

ईडी ने कहा, ‘कुर्क की गई संपत्तियों में कार्नौस्टी समूह, शिवालिक समूह, त्रिकर समूह की संपत्तियां और शैल, चंद्रा की बेनामी और निजी कंपनियां आदि शामिल हैं। इस मामले में अब तक 7,612 करोड़ रुपये के अपराध का पता चला है।

Compiled: up18 News