आगरा: बंदर की मौत से पूरे गांव में पसरा मातम, रीति रिवाज से अंतिम संस्कार कर ग्रामीणों ने कराया मुंडन

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आगरा: अभी तक लोग इंसानों की मौत पर मुंडन कराते हैं और मृत्यु भोज देते हैं। लेकिन आगरा में एक मानवता का अनोखा मामला सामने आया है। जहां पर एक बंदर की मौत के बाद पूरा गांव ऐसे दु:खी हो गया, जैसे उनका कोई अपना बीच से चला गया हो।

इतना ही नहीं मृतक बन्दर के शव का इंसान की तहत अंतिम संस्कार की सभी धार्मिक क्रियाओं को किया गया था।

बीते शुक्रवार की शाम बरौली अहीर के श्यामों गांव में कुछ ग्रामीणों ने अपना मुंडन भी कराया, जिसमें करीब 10 से ज्यादा गांव के लोगों ने बैठकर अपना मुंडन कराया। बताया जाता है कि बंदरों के झगड़े में यह बंदर घायल हो गया था।

घायल अवस्था में पड़े पड़े बंदर ने अपना दम तोड़ दिया था। जिसके बाद ग्रामीणों ने अंतिम संस्कार किया।

इसके बाद ग्रामीणों ने इस घटना पर दुःख जाहिर करते हुए मृतक बंदर को एक मंदिर के पास ही उसे दफना दिया। उसके बाद रीति रिवाज से मुंडन संस्कार भी कराया। मुंडन कराने वालों में रामफूल, शिव शंकर वर्मा, मुरारी लाल, जीतेंद्र लोधी, अशोक राजपूत, विवेक, रविंद्र सिंह, माता प्रसाद आदि लोग मौजूद रहे।