डोंगी बाबा चला रहे दरबार, जनता का लूट रहे घरबार

अन्तर्द्वन्द

बाबाओं का सम्मान का रहता है रेट तय 

ईश्वर का ख़ौफ़ दिखाकर जनता को बनाते है मूर्ख

हर आए दिन नए नए ढोंगी पाखंडी बाबाओं का पुनर्जन्म हो रहा है। और जनता पड़ लिखने के बावजूद भी इन पाखंडियों के चुंगल में फसती जा रही है। कुछ पाखंडी बाबा अपने आप को सीधे हनुमान जी से कनेक्शन बताते है। लोगो का चेहरा देखकर उनकी सारी बीमारी , उनका दुख दर्द, सारा जीवन चक्र बताते है। इतना बड़ा ज्ञान इनको कैसे प्राप्त हुआ ।

लोगो को ताज्जुब होता है। बाबा बिना देखे नाम पता गांव शहर हर चीज सही बताते है। घर में किसको क्या तकलीफ है । कौन आपका दुश्मन है कब से आप अपने जीवन में तकलीफ का सामना कर रहे है बाबा सही सही बता देता है। यही चमत्कार जनता को ढोंगी पाखंडी बाबाओं के दरबार की तरफ खींचता है

पाखंडी, ढोंगी बाबा हाथ की सफाई से कभी पानी में आग लगाते, कभी मुंह में कपूर जलाकर हमे चमत्कार का दर्शन करवाते चुटकी बजाकर हाथ में नींबू भस्म आदि प्रकट करते । क्या वाकई में ये चमत्कार है या कोई विज्ञान इसे समझना जरूरी है। आम जनता इनके अजूबे चमत्कार देख सुनकर इनके तरफ आकर्षित हो जाते है। और अपना सारा धन इन मूर्ख पाखंडी को दान कर जाते है। अगर ये सही में कोई चमत्कारी बाबा है तो इन्हे वर्तमान, भूत, और भविष्य का पूर्ण ज्ञान होना चाहिए। प्रलय आने से पहले ये दुनिया को सूचित कर देना चाहिए कब भूकंप आयेगा ।

जिस से लाखो लोगो की जान बच जाएगी। कब कहा किसके साथ दुर्घटना होने वाली है। इसकी खबर दुनिया के कोने कोने में फैला देना चाहिए क्या ये चमत्कार कर सकते है। हर दिन कितने कत्ल बलात्कार होते है लेकिन कत्ल किसने किया किसी को पता नही होता। लेकिन जिसे सीधे हनुमान जी का आशीर्वाद हो जिनके साथ हनुमान जी का सतत संपर्क रहता है। उन्हें तो पता होना चाहिए की कातिल कौन है इन ज्ञानी महाज्ञानी के जरिए कातिल को पकड़ा जा सकता है। कानून की भी थोड़ी सहायता होगी।

बाबा, योगी, साधु, संत इन्हे कभी मोह माया धन दौलत का मोह नहीं होता । फिर कैसे ये पाखंडी अपने दरबार में खुद से मिलने चरण छूने पुष्पमाला पहनाने के लाखो रुपए लेते है। खुद के शरीर पर कीमती जेवरात पांचों उंगलियां में स्वर्ण रत्न जड़ित अंगूठियां पहनकर चमत्कार करते है। एक शहर में एक दरबार लगाने का करोड़ो में धन की चाहत रखते है। आखिर क्यों।

इनके दरबार में जाने के पहले ही नोटिस बोर्ड पर इनके स्पेशल भेट के रेट लिखे होते है जो की सौ दो सौ नही बल्कि हजारों लाखों की होती है। इन पाखंडी बाबा को अगर आप तिलक लगाना चाहते हो तो ग्यारह हजार इक्कीस हजार का भुगतान करना होता है। दरबार में इनके समीप बैठना है तो उसका अलग से चार्ज बाबा का आशीर्वाद चाहिए तो अलग से दान देना होता है।

इन पाखंडियों ने जनता को भ्रम में डाल के अपने दरबार को हो एक उच्च श्रेणी का व्यवसाय बनाया है।
इस व्यवसाय में न कोई लागत है ना कोई टेंशन बस मीठे बोल, और जनता की तिजोरी खोल

पिछले दस पंद्रह सालों में कितने बाबा आए कितनो को चुना लगाया, कितने मां बहनों की इज्जत पर हाथ डाला सभ कुछ तो हम देखते आ रहे है। सुनते भी आए है सभ कुछ जानकार भी हम अनजान बन बैठे है क्या सही क्या गलत पहचान कर भी आंखों में पर्दा डाले है।

दुनिया में वाकई में कुछ चमत्कारी बाबा है जो वास्तव में ही बाबा है जीने ज्ञान है लेकिन दिखावा नहीं करते
धन दौलत के पीछे नही भागते। लेकिन आज के बाबा के पास करोड़ो की धन संपत्ति का पिटारा होता है।लेकिन ये पैसा इनके पास आया कैसे जनता को भ्रमित कर लूटा हुआ धन और कुछ नही।

लेखक- अजय नायर