Agra News: अधिकारी की कारगुजारी से परेशान “मैं जिंदा हूं” लिखा पर्चा लेकर जिला कलक्ट्रेट पहुंचा ग्रामीण

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आगरा: तहसील एत्मादपुर के ग्राम नगला हंसराज मौजा धरैरा के रहने वाले 70 वर्षीय बुजुर्ग दीनानाथ यादव अपने हाथों में “मैं जिंदा हूं” का पर्चा लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। उनके हाथ में यह पर्चा देख लोग चौंक गए और कारण जानने में जुट गए।

दीनानाथ यादव का कहना है कि वह खेती-बाड़ी करते हैं। उन्हें सरकार से पिछले दो साल से वृद्धावस्था पेंशन 500 महीना मिलती थी। बीते मार्च में अचानक से उनकी पेंशन रुक गई। वह ग्राम सचिव के कार्यालय में पहुंचे, लेकिन उन्हें सही जानकारी नहीं मिली। इसके बाद वह विकास भवन में पहुंचे, जहां उन्हें पता चला कि एक अधिकारी की कारगुजारी से सरकारी कागजों में दीनानाथ को मृत घोषित कर दिया गया है और इसी वजह से पेंशन रुकी हुई है।

दीनानाथ ने संबंधित ब्लॉक सचिव कार्यालय में शिकायत दी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद करीब दो-तीन बार वह विकास भवन के चक्कर भी काट चुके हैं। कई सरकारी कार्यालय की खाक छानने के बाद भी पिछले आठ महीने से दीनानाथ की समस्या का निस्तारण नहीं हो पाया और उनको पेंशन नहीं मिल पाई।

कहीं भी सुनवाई नहीं हुई तो वह “मैं जिंदा हूं” कि पर्चे छपवा कर और अपनी समस्या लेकर कलक्ट्रेट स्थित जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंच गए। उनके हाथ में लगे पर्चे को देख लोगों ने उन्हें घेर लिया और समस्या जानने लगे।

दीनानाथ ने बताया कि ब्लॉक एत्मादपुर में ग्राम सचिव के पद पर गौरव पाठक तैनात थे। उन्होंने सत्यापन में दीनानाथ को मृत घोषित कर दिया, जिसकी वजह से उनकी पेंशन रुक गई। कई बार उन्होंने ग्राम पंचायत सचिव के कार्यालय के चक्कर काटे, लेकिन कोई भी निस्तारण नहीं हुआ। कुछ समय बाद ग्राम पंचायत सचिव गौरव पाठक का स्थानांतरण हो गया। लेकिन समस्या जस की तस बनी रही। मजबूरी में उन्हें जिलाधिकारी कार्यालय में अपनी शिकायत लेकर आना पड़ा।

दीनानाथ यादव ने बताया कि जिलाधिकारी की अनुपस्थिति में दूसरे अधिकारी से मुलाकात हुई। उन्होंने एत्मादपुर ग्राम पंचायत सचिव को फोन कर समस्या के बारे में अवगत कराया और समस्या के निस्तारण करने के निर्देश दिए। दीनानाथ ने कहा, अभी मेरी तबीयत खराब है। मैं तबीयत सही होने पर ग्राम सचिव से जाकर मिलूंगा। इसके बाद पता चलेगा कि मेरी समस्या कब तक सुलझेगी।

इस बारे में बीडीओ एत्मादपुर अनिरुद्ध सिंह का कहना है कि मामला उनके संज्ञान में आया है, वह अभी अवकाश पर हैं। अवकाश से वापस आने के बाद पूरे मामले को देखेंगे।