नई दिल्ली। आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी 28 जून को होगी. सालभर में 24 एकादशी पड़ती हैं जिनमें निर्जला एकादशी, जया एकादशी, मोक्षदा एकादशी, पापमोचनी एकादशी, आमलकी एकादशी, मोहिनी एकादशी और अपरा एकादशी आदि शामिल हैं. इन्हीं में से एक है देवशयनी एकादशी. यह वह एकादशी है जिसमें भगवान विष्णु (Lord Vishnu) शयनकक्ष में चले जाते हैं और चार महीनों तक निद्रा में रहते हैं. इसी के साथ चातुर्मास की शुरूआत भी हो जाती है.
इस एकादशी का व्रत 29 जून के दिन ही रखा जाएगा.
इस बार देवशयनी एकादशी पर भगवान विष्णु इस बार पांच महीने के लिए शयन में चले जाएंगे. इसी के साथ विवाह, मुंडन, उपनयन समेत अन्य मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाएगी. 29 जून से लगातार 148 दिनों तक विवाह के मुहूर्त नहीं हैं. ऐसे में 23 नवंबर को देवोत्थान एकादशी के बाद ही शादी की शहनाइयां बज सकेंगी. इससे पहले भड़ली नवमी 27 जून को अबूझ मुहूर्त में विवाह होंगे.
नवमी पर शहर में 200 से अधिक जोड़े विवाह के बंधन में बंधेगे. शादियों के अंतिम मुहूर्त के पहले बाजार में भी भीड़ है. शहर में 27 जून तक खूब शहनाई बजेंगी. शादियों के लिए अब केवल 3 मुहूर्त शेष हैं. ऐसे में बाजार गुलजार है.
Compiled: up18 News