175 kmph तक पहुंचा चक्रवात Mocha, बांग्‍लादेश में हाई अलर्ट

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डब्ल्यूएमओ के प्रवक्ता क्लेयर नुलिस ने जिनेवा में कहा, ‘यह एक बहुत ही खतरनाक चक्रवात है और यह तेज हवाओं से जुड़ा है। चक्रवात के दस्तक देने और उसके बाद लाखों लोगों पर काफी प्रभाव पड़ेगा। चक्रवात से आठ से 12 फुट तक ऊंची लहरें उठ सकती हैं। उत्तरी म्यांमार के निचले इलाकों में बाढ़, भूस्खलन की आशंका है। चटगांव बंदरगाह को अलर्ट पर रखा गया है।

बांग्लादेश, म्यांमार में 13 फीट ऊंची लहरें

बांग्लादेश के सबसे दक्षिणी द्वीप सेंट मार्टिन में तूफान के रास्ते में आने के कारण करीब 8,000 लोग दहशत में हैं। देश के सबसे बड़े बंदरगाह चटगांव में कामकाज बंद कर दिया गया है। नावों का आवागमन और मछली पकड़ने की गतिविधियां भी रुक गई हैं।

मौसम वैज्ञानिक और इसरो वायुमंडल के समुह निदेशक डॉ एम एम अली के अनुसार समुद्र की सतह का तापमान बढ़ा है। इसी वजह से अब चक्रवात तेज गति से तीव्र हो रहे हैं। इसके पीछे का कारण न सिर्फ समुद्र की गर्म सतह है बल्कि समुद्र की बढ़ती गर्मी भी है। पहले सिस्टम को तूफान बनने में दो से तीन दिन लगते थे, अब एक दिन में यह डिप्रेशन से चक्रवाती तूफान में बदल जाता है।

चक्रवात मोका जैसे जैसे आगे बढ़ रहा है इसकी शक्ति भी बढ़ रही है। आईएमडी के अनुसार मोका में हवाओं की रफ्तार 175 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार को भी पार कर सकती हैं। इसकी वजह से रविवार को मणिपुर, नागालेंड और दक्षिण असम में कई जगहों पर भारी बारिश की संभावना है। वैज्ञानिकों के अनुसार मोका के लिए अभी स्थितियां बेहद अनुकूल बनी हुई हैं। हिंद महासागर में मई में साइक्लोन सबसे अधिक आते हैं। अब जलवायु परिवर्तन की वजह से इन तूफानों की तीव्रता बढ़ी है। इसकी वजह दुनिया के गर्म होने को बताया जा रहा आईपीसीसी लेखक डॉ रॉक्सी मैथ्यू कोल के अनुसार समुद्र के उपर मौसम की स्थिति चक्रवती तूफान को मजबूती दे रही है।

Compiled: up18 News