आगरा। मेट्रो प्रायॉरिटी कॉरिडोर के भूमिगत भाग में तेज गति के साथ निर्माण कार्य किए जा रहे हैं। यूपी मेट्रो ने टॉप डाउन प्रणाली के तहत आगरा फोर्ट मेट्रो स्टेशन पर कॉन्कोर्स (मध्य तल) और बेस स्लैब (प्लेटफॉर्म तल) का निर्माण पूरा कर लिया है। इसके साथ ही ताजमहल एवं जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशन की रूफस्लैब (छत) की कास्टिंग पूरी हो गई है।
आगरा मेट्रो के सभी भूमिगत मेट्रो स्टेशनों का निर्माण टॉप डाउन प्रणाली के तहत किया जा रहा है। टॉप डाउन प्रणाली में सबसे पहले स्टेशन की रूफ स्लैब (प्रथम छत) का निर्माण किया जाता है, इसके बाद कॉन्कोर्स स्लैब और बेस स्लैब की कास्टिंग की जाती है। इस प्रणाली में छत की कास्टिंग के लिए शटरिंग का प्रयोग नहीं किया जाता बल्कि भूमि को समतल कर शटरिंग की तरह प्रयोग किया जाता है, जिससे समय की बचत के साथ ही लागत भी कम आती है।
पारंपरिक तौर पर भूमिगत स्टेशन का निर्माण नींव से छत (नीचे से ऊपर) की ओर किया जाता है। इस प्रणाली में स्टेशन की आकार के अनुसार खुदाई कर सबसे पहले बेस स्लैब का निर्माण कर किया जाता है। इसके बाद कॉनकोर्स व अंत में रूफ स्लैब का निर्माण किया जाता है। वहीं, टॉप डाउन प्रणाली में रूफ से बेस की ओर निर्माण किया जाता है।