वोट पड़ने से पहले ही अमेठी में अपनी हार स्वीकार कर चुकी है कांग्रेसः स्मृति ईरानी

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केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने राहुल गांधी की जगह किशोरी लाल शर्मा के अमेठी से चुनाव लड़ने पर प्रतिक्रिया दी है. स्मृति इरानी ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, “मेहमानों का स्वागत है. हम मेहमानों के स्वागत में कोई कसर नहीं रहने देंगे.”

“अमेठी से गांधी परिवार का नहीं लड़ना ये संकेत है कि कांग्रेस पार्टी चुनाव में एक वोट पड़ने से पहले ही अमेठी से अपनी हार स्वीकार कर चुकी है.”

स्मृति इरानी ने कहा, “उन्हें लगता यहां जीत की गुजांइश है तो वो (राहुल गांधी) यहां से चुनाव लड़ते.”

कांग्रेस नेता राहुल गांधी 2004 से 2019 तक अमेठी से सांसद रहे हैं. राहुल गांधी को 2019 में स्मृति इरानी ने अमेठी से हराया था, कांग्रेस ने अब किशोरी लाल शर्मा को अमेठी से उम्मीदवार बनाया है. राहुल गांधी ने इस बार पहली बार रायबरेली से चुनाव लड़ने का फैसला किया है.

यह विरासत नहीं ज़िम्मेदारी है, कर्तव्य है: जयराम रमेश

राहुल गांधी के अमेठी की बजाय रायबरेली से लड़ने पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, “रायबरेली सिर्फ़ सोनिया जी की नहीं, खुद इंदिरा गांधी जी की सीट रही है. यह विरासत नहीं ज़िम्मेदारी है, कर्तव्य है.”

जयराम रमेश ने एक्स पर लिखा, “राहुल गांधी राजनीति और शतरंज के मंजे हुए खिलाड़ी हैं और सोच समझ कर दांव बलते हैं.”

“इस निर्णय से बीजेपी, उनके समर्थक और चापलूस धराशायी हो गए हैं. बेचारे स्वयंभू चाणक्य जो परंपरागत सीट की बात करते थे, उनको समझ नहीं आ रहा कि अब क्या करें?”

जयराम रमेश ने कहा, “रही बात गांधी परिवार के गढ़ की, तो अमेठी-रायबरेली ही नहीं, उत्तर से दक्षिण तक पूरा देश गांधी परिवार का गढ़ है. राहुल गांधी तो तीन बार उत्तर प्रदेश से और एक बार केरल से सांसद बन गये, लेकिन मोदी जी विंध्याचल से नीचे जाकर चुनाव लड़ने की हिम्मत क्यों नहीं जुटा पाए?”

प्रियंका गांधी के चुनाव नहीं लड़ने पर क्या बोले जयराम रमेश

प्रियंका गांधी के चुनाव नहीं लड़ने पर जयराम रमेश ने कहा, “प्रियंका जी धुआंधार प्रचार कर रही हैं और अकेली नरेंद्र मोदी के हर झूठ का जवाब सच से देकर उनकी बोलती बंद कर रही हैं. इसीलिए यह ज़रूरी था कि उन्हें सिर्फ अपने चुनाव क्षेत्र तक सीमित ना रखा जाए. प्रियंका जी तो कोई भी उपचुनाव लड़कर सदन पहुँच जाएंगी.”

“आज स्मृति इरानी की सिर्फ यही पहचान है कि वो राहुल गांधी के ख़िलाफ़ अमेठी से चुनाव लड़ती है. अब स्मृति ईरानी से वो शोहरत भी छिन गई.” बीजेपी नेताओं ने दावा किया है कि राहुल गांधी हार के डर की वजह से अमेठी से चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. 1999 के बाद पहली बार गांधी परिवार का कोई सदस्य अमेठी लोकसभा सीट से चुनाव नहीं लड़ रहा है.

-एजेंसी