राज्यसभा में जयंत चौधरी को बोलने का मौका देने पर कांग्रेस ने किया जमकर हंगामा

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जयंत चौधरी के बोलने पर कांग्रेस का हंगामा

पूरे बवाल की पटकथा तैयार हुई जयंत चौधरी को सदन में बोलने की अनुमति देने से। जयंत राज्यसभा के सदस्य हैं, लेकिन वो कल तक विपक्षी खेमे में बैठा करते थे। आज वो ट्रेजरी बेंच यानी सत्ता पक्ष की तरफ बैठे। ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल और नीतीश कुमार की तरफ से मिले झटकों पर झटके से जख्मी हुई कांग्रेस पार्टी ने जयंत को भी पाला बदलते देखा तो तिलमिला उठी। यही वजह है कि जब जयंत सभापति की अनुमति से बोलने उठे तो जयराम रमेश ने उन पर टिप्पणी कर दी। हंगामा नहीं रुका तो जयंत चौधरी अपनी बात पूरा किए बिना बैठ गए। तब सभापति ने सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे से अपील की।

खरगे ने सभापति पर दागे सवाल

खरगे कहा कि वो भारत रत्न पाने वाले सभी महान आत्माओं को सलाम करते हैं। हालांकि, उन्होंने सभापति पर ही सवाल दाग दिया। उन्होंने कहा, ‘आपने किस नियम से जयंत चौधरी को बोलने की अनुमति दी? अगर ऐसा है तो हमें भी हमेशा मौका दीजिए। हमसे तो आप हमेशा नियम दिखाने की मांग करते हैं।’ खरगे की बातों पर पशुपालन मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला हत्थे से उखड़ गए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पचा नहीं पा रही है कि उसने जिन्हें सरकार से बाहर कर दिया था, उन्हें भारत रत्न कैसे मिल सकता है।

राज्यसभा में रूपाला का रौद्र रूप

वो चिल्ला-चिल्लाकर बोलने लगे, ‘इस देश में किसानों की आवाज को रोकने वाला कोई पैदा नहीं हुआ, नहीं होगा, होगा भी नहीं। आप एक किसान की प्रशंसा नहीं सुन सकते हो? किसान को भारत रत्न मिला, कांग्रेस के जेहन में क्या आग लग गई? ये कांग्रेस का असली चरित्र है। ये कांग्रेस का असली चेहरा है। इन्होंने चरण सिंह की सरकार गिराई थी। कांग्रेस का दुख यही है कि जिनकी सरकार हमने गिराई, उन्हें भारत रत्न कैसे मिल सकता है!’

रूपाला ने सभापति को संबोधित करते हुए कहा कि विपक्ष के नेता (मल्लिकार्जुन खरगे) ने तो उलटे आसन पर ही आरोप मढ़ दिया जबकि चेयरमैन हर बार सदन को पूरे गौर से खरगे को सुनने की हिदायत दिया करते हैं।

-एजेंसी