‘श्री राम महापर्व’ में रामलला के मुख्य पुजारी महंत सत्येंद्र दास ने कहा कि रामलला परब्रह्म और परमात्मा हैं. मानव के रूप में अयोध्या में प्रकट हुए हैं. प्रकट होने के बाद जो मर्यादा थी, वे उसी मर्यादा में रहे. भगवान श्रीराम खुद परमात्मा हैं. तीनों लोक के स्वामी हैं. आज जो रामलला अस्थायी मंदिर में विराजमान हैं, पहले वे विवादित ढांचे में थे. उसके बाद 28 साल तक टेंट में रहे. उस समय जो रिसीवर थे तो उनसे कुछ कहो तो वे कोर्ट जाने को कह देते थे.
महंत सत्येंद्र दास ने कहा कि हम जब भी रिसीवर से कोई मांग करते थे, तो उसे मना कर दिया जाता था. साल में एक बार रामलला के वस्त्र के लिए पैसा मिलता था. बहुत दयनीय स्थिति थी. भक्त जो दान करता था, उसी से जो कुछ हो पाता था.
कांग्रेस के राम मंदिर का ताला खुलवाने के दावे पर महंत सत्येंद्र दास ने कहा कि ताला खुलवाने की जो बात कांग्रेस कहती है वो सब झूठ है. अगर कांग्रेस चाहती तो इतनी लंबी लड़ाई नहीं लड़नी पड़ती. रामलला 28 साल तक टेंट में रहे. कांग्रेस सत्ता में थी. अगर कहते तो ऐसा नहीं होता. कांग्रेस ने कुछ नहीं किया. राम के प्रति कांग्रेस की कभी आस्था नहीं रही.
Compiled: up18 News
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