आगरा: इलाज कराने के बहाने रिश्तेदार ने वृद्धा के खाते से निकाल लिए 33 लाख, पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज

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आगरा: इलाज कराने के बहाने रिश्तेदार द्वारा एक वृद्धा के बैंक खाते से 33 लाख रुपये ट्रांसफर निकाल लेने का मामला सामने आया है। मामले में थाना ताजगंज में पांच लोगों के खिलाफ में मुकदमा दर्ज किया गया है।
ताजगंज निवासी मनीष शुक्ला ने शिकायत की कि उनकी दादी शांति देवी 78 साल की हैं। वह अक्सर बीमार रहती हैं। उनके दूर के रिश्तेदार गोविंद प्रसाद निवासी सदर दादी के पास आते रहते थे। दादी को डॉक्टर को दिखाने के बहाने अपने साथ ले जाते थे। आरोप है कि कई सालों से वे डॉक्टर को दिखाने के लिए ले जाने के नाम पर उन्हें बैंक में ले जाकर दादी के खाते से रुपये निकालते रहे।

आरोपी ने 10 नवंबर, 2015 को 40 हजार, 28 मार्च 2016 को 1.06 लाख रुपये, 21 अक्टूबर 2016 को साढ़े 49 हजार, 29 दिसंबर 2017 को 68 हजार रुपये, एक जून को दो लाख रुपये दादी के खाते निकाल लिए। इसके बाद दूसरे खाते से कई बार में करीब 16 लाख रुपये अपने पत्नी नेहा शर्मा के खाते में ट्रांसफर करवा लिए। आरोपी दादी से दवा के नाम पर रुपये निकलवाता रहा। दादी की उम्र ज्यादा होने के कारण वह देखने और सुनने में असमर्थ थीं, आरोपी ने इसका फायदा उठाया।

पीड़ित का कहना है कि पिछले साल सितंबर में उनके दादा का निधन हो गया। निधन के बाद जब खातों की जानकारी की तो पता चला कि खातों से करीब 33 लाख रुपये निकाल लिए गए हैं। जब बैंक से पता किया तो पता चला कि सभी रकम गोविंद की पत्नी के खाते में गई है।

इस संबंध में दादी से पूछा तो उनका कहना था कि गोविंद को अपनी मर्जी से कोई रकम नहीं दी। वह डॉक्टर के यहां इलाज के नाम पर पर्ची पर साइन करा लेता था। बैंक से पता चला कि गोविंद ने दादी का खाता भी बंद करा दिया।

मनीष का कहना है कि जानकारी के बाद वह अपने परिवारीजनों के साथ एक दिसंबर को आरोपी गोविंद के घर गया था। गोविंद से धोखाधड़ी के बारे में बात की तो उसने अभद्रता शुरू कर दी।

पुलिस कमिश्नर डॉ. प्रीतिंदर सिंह के आदेश पर थाना ताजगंज में गोविंद प्रसाद, नेहा शर्मा, रवि, छोटू व शिवकुमार के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।