आगरा: बहुजन समाज पार्टी की मुखिया और प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने शनिवार को यहां जनता को आगाह किया कि भाजपा और आरएसएस के लोग नमक का कर्ज याद दिलाएं तो उनके बहकावे में न आएं। गरीबों को दिए जा रहे राशन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि आपके टैक्स के रुपये से फ्री में थोड़ा सा राशन मिलता है। यह राशन, मोदी या भाजपा की जेब से नहीं मिलता।
मायावती कोठी मीना बाजार मैदान पर आगरा सुरक्षित सीट से बसपा प्रत्याशी पूजा अमरोही और फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट से बसपा प्रत्याशी रामनिवास शर्मा के समर्थन में जनसभा को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा, जातिवादी, पूंजीवादी, सांप्रदायिक और दोषपूर्ण नीतियों, कथनी और करनी में अंतर की वजह से इस बार भारतीय जनता पार्टी भी केंद्र में नहीं होगी। नाटकबाजी और जुमलेबाजी काम में आने वाली नहीं है। भाजपा ने जो भी वायदे किए, हवा-हवाई हैं। इनका ज्यादा समय अपने चहेते पूंजीपतियों को बनाने में लग रहा है।
बसपा अध्यक्ष ने कहा, हमारी पार्टी ने किसानों को साधन उपलब्ध कराए और जो सुविधाएं हमने दीं, वह अन्य किसी ने नहीं दीं। इस सरकार में दलितों, आदिवासियों का विकास नहीं हुआ। इनका सरकारी नौकरी में भी कोटा पूरा नहीं हुआ। सरकारी नौकरी में आरक्षण भी पूरा नहीं हुआ।
मायावती ने कहा कि एससीएसटी के कर्मचारियों को पदोन्नति भी नहीं मिली है। एससीएसटी आरक्षण में संशोधन बिल लाने के लिए हमारी पार्टी ने दबाव बनाया तो कांग्रेस और भाजपा की मिलीभगत से सपा को आगे लाया गया और इस बिल को पास नहीं होने दिया।
मायावती ने कहा कि बसपा अपने दम पर चुनाव लड़ रही है। हमारी पार्टी ने चुनाव में सर्वसमाज को टिकट में उचित भागीदारी दी है। किसी एक बिरादरी को नहीं, बल्कि रिजर्व सीट पर हर एक को मौका दिया। निकाय चुनाव में वाल्मीकि समाज को टिकट दिया था। हमने जाटव समाज को आगरा में, सीकरी से ब्राह्मण को टिकट दिया है।
मायावती ने कहा कि ये चुनाव फेयर हुआ और ईवीएम ठीक रही तो इनकी कोई गारंटी, जुमलेबाजी काम नहीं आएगी। भाजपा ने अच्छे दिन का जो वादा किया, वह दिखते नहीं। इनका समय चहेते पूंजीपतियों, धन्ना सेठों के लिए लग रहा है। उनके आर्थिक सहयोग से ही संगठन चलता है।
इलेक्ट्रोनिक बॉन्ड से पता चल गया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, निजीकरण के कारण भी एससीएसटी को लाभ नहीं मिल पा रही है। अल्पसंख्यक की हालत भी काफी दयनीय हो गई है। भाजपा की गलत आर्थिक नीतियों से देश की अर्थव्यवस्था पर काफी असर पड़ा है। व्यापारी वर्ग भी काफी दुखी है। देश में बेरोजगारी, महंगाई बढ़ रही है। देश की सीमाएं भी सुरक्षित नहीं हैं।
भाजपा और कांग्रेस पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि हवा हवाई संकल्प पत्रों को यह पार्टियां चुनाव बाद अमल में नहीं लाती है। इसीलिए हमारी पार्टी कोई घोषणापत्र नहीं लाती है। हम काम में विश्वास रखते हैं। हमारी पार्टी की सरकार बनी तो केंद्र में हवा-हवाई काम नहीं करेगी। जमीनी स्तर पर कार्य करके दिखाएगी। बिना घोषणा पत्र के ही हमने काम करके दिखाए भी हैं।
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