आगरा रेल मंडल का रिश्वत कांड: डीआरएम कार्यालय में सीबीआई ने कराई शिनाख्त परेड, मेडिकल अवकाश पर गए कर्मचारी पर संदेह

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आगरा रेल मंडल में रिश्वत कांड मामला अभी भी गूंज रहा है। बृहस्पतिवार को गाजियाबाद से एक बार से सीबीआई की टीम आगरा के रेल मंडल प्रबंधक कार्यालय पहुँची। सीबीआई टीम ने रिश्वत कांड में जेल भेजे गए कार्मिक विभाग के ओएस (कार्यकारी) एसके सोनी द्वारा फेंके गए पांच हजार रुपये के लिफाफे की तलाश की। इस संबंध में सीबीआई की टीम ने कर्मचारियों की शिनाख्त परेड कराई और वीडियो फुटेज दिखाकर लिफाफा उठाकर ले जाने वाले कर्मचारी की पहचान कराने का प्रयास किया।

दो घंटे तक चली शिनाख्त परेड

बृहस्पतिवार दोपहर को जैसे ही सीबीआई की टीम एक बार से आगरा रेल मंडल के कार्मिक कार्यालय में पहुंची तो हड़कंप मच गया। सीबीआई की टीम ने रेलवे अधिकारियों से वार्ता की। इसके बाद लिफाफा उठाकर ले जाने वाले कर्मचारी की पहचान के लिए शिनाख्त परेड करवाई। वाणिज्य कार्यालय में वीडियो फुटेज दिखाकर कार्यरत एक-एक कर्मचारी को पहचान के लिए कमरे में बुलाया। यह प्रक्रिया करीब दो घंटे तक चली।

कर्मचारियों को दिखाई सीसीटीवी फुटेज

कुछ कर्मचारियों को सीबीआई टीम ने सीसीटीवी फुटेज दिखाकर कर्मचारी को पहचानने के लिए भी कहा। फुटेज देखने के बाद यह साफ हो गया कि कर्मचारी वाणिज्य विभाग में कार्यरत है।

मेडिकल अवकाश पर कर्मचारी, उसी पर संदेह

एक संदिग्ध कर्मचारी मेडिकल अवकाश पर है। इसके बाद टीम मंडलीय रेलवे हॉस्पिटल पहुंची मगर वह कर्मचारी डिस्चार्ज हो चुका था। टीम कर्मचारी के घर भी पहुंची। टीम के कार्यालय में रहने के दौरान डीआरएम ऑफिस में पूरे दिन अफरातफरी रही। कर्मचारी एक दूसरे से पूछताछ करते नजर आए।

लिफाफा ले जाने वाले की चर्चा

रेलवे के कार्मिक विभाग में इस समय इसी बात की चर्चा जोर शोर से चल रही है कि आखिरकार रिश्वत कांड में फंसे एस के सोनी द्वारा फेंके गए 5000 के लिफाफे को आखिरकार कौन उठाकर ले गया और किसने एस के सोनी को बचाने का प्रयास किया। इस दौरान टीम ने कर्मचारियों को समझाया कि जो भी व्यक्ति लिफाफे को उठाकर ले गया है, उसे सीबीआई को सौंप देना चाहिए था अन्यथा उस पर भी गाज गिर सकती है।

सीबीआई टीम आई थी

इस पूरे मामले को लेकर आगरा रेल मंडल की पीआरओ प्रशस्ति श्रीवास्तव का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज में वाणिज्य विभाग के एक कर्मचारी से पूछताछ के लिए सीबीआई टीम पहुंची थी। फुटेज में नजर आया संदिग्ध कर्मचारी मेडिकल अवकाश पर है। टीम को कर्मचारी की पूरी जानकारी मुहैया करा दी गई है।