ब्राज़ील के कैबिनेट मंत्री का दावा, राष्ट्रपति आवास से घातक हथियार ले गए दंगाई

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संचार मंत्री पालो पिमेन्ता ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया और कहा, “हम इंस्टीट्यूशनल सिक्योरिटी ऑफ़िस रूम में हैं. यहां मौजूद हर ब्रीफ़केस में घातक और गैर-घातक हथियार थे. इन्हें अपराधियों ने चुरा लिया है.”

हालांकि, ब्राज़ील की सरकार ने ये नहीं बताया कि रविवार को राष्ट्रपति आवास, संसद और सुप्रीम कोर्ट पर हमला करने वाले पूर्व राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो के समर्थकों ने कितने हथियार चुराए हैं.
पुलिस के अनुसार अभी तक क़रीब 200 लोगों को गिरफ़्तार किया जा चुका है.

ब्राज़ील की संसद में घुसे बोलसोनारो के समर्थक

ब्राज़ील की संसद में रविवार को धुर-दक्षिणपंथी नेता जायर बोलसोनारो के हज़ारों समर्थकों ने धावा बोल दिया. लोगों ने सुप्रीम कोर्ट और राष्ट्रपति आवास को भी घेर लिया.

ब्राज़ील की फ़ुटबॉल टीम की जर्सी पहने हज़ारों प्रदर्शनकारी हाथों में झंडा लिए संसद के अंदर घुस गए. कुछ लोग स्पीकर के मंच पर चढ़कर प्रदर्शन करते दिखे.
कुछ प्रदर्शनकारी संसद की छत पर चढ़ गए और खिड़कियां तोड़ दीं.

भीषण झड़पों के बाद राजधानी ब्राज़ीलिया की अहम इमारतों पर पुलिस ने रविवार शाम तक नियंत्रण कर लिया था.

राष्ट्रपति लूला डा सिल्वा ने इसे “फ़ासीवादी हमला” क़रार दिया है.

ब्राज़ील में रविवार को हुई हिंसा के बाद लोगों के ज़ेहन में 6 जनवरी 2021 को यूएस कैपिटल की इमारत में हुई इसी तरह की झड़पों की याद ताज़ा हो गई है. उस समय डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों ने कैपटिल बिल्डिंग पर धावा बोल दिया था.

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस सहित कई बड़ी हस्तियों ने इस हिंसा की निंदा की है.

बीते सप्ताह ही ब्राज़ील के राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेने वाले लूला डा सिल्वा ने वादा किया है कि पूर्व राष्ट्रपति के समर्थकों को कड़ी से कड़ी सज़ा दी जाएगी.

इससे पहले लूला डा सिल्वा ने ट्वीट किया, “हम सरकार गठन में जुटे हुए हैं और रविवार को उन्होंने हमारी चुप्पी का फ़ायदा उठाया और आप जानते हैं कि पूर्व राष्ट्रपति के कई भाषण ऐसा करने के लिए उकसाते हैं. ये उनकी पार्टी और उनकी ज़िम्मेदारी है.”

देश के न्याय मंत्री फ़्लैवियो डिनो ने स्थानीय मीडिया को बताया कि अभी तक 200 लोगों को गिरफ़्तार किया जा चुका है.

बोलसोनारो बीते साल अक्टूबर में हुए चुनाव के नतीजों को मानने से लगातार इनकार करते रहे हैं. उन्होंने पिछले सप्ताह लूला डा सिल्वा के शपथग्रहण समारोह में भी हिस्सा नहीं लिया था.

हालांकि, 67 वर्षीय बोलसोनारो ने इस हिंसा की ज़िम्मेदारी से दूरी बनाते हुए इसकी निंदा की है. बोलसोनारो फ़िलहाल अमेरिका में हैं.

Compiled: up18 News