आगरा: मलपुरा से शुक्रवार को दो बहनें गायब हो गई थीं। रविवार को पुलिस ने उन्हें मेरठ से सकुशल बरामद कर लिया। पूछताछ में पता चला कि घर वाले इंटर के बाद उन्हें पढ़ाने को तैयार नहीं थे। वह उनकी शादी करना चाहते थे लेकिन वह पढ़ाई कर आईपीएस बनना चाहती थी। इसलिए घर छोड़कर चली गईं। दोनों के मिलने के बाद पुलिस आयुक्त ने बरामद करने वाली टीम की पीठ थपथपाई है।
सैयां की रहने वाले दो बहनें मलपुरा में अपनी ताई के यहां रहकर पढ़ाई कर रही थीं। एक बारहवीं और दूसरी दसवीं में थी। दोनों शुक्रवार सुबह घर से साइकिल से स्कूल पढ़ने गई थीं। दोनों दोपहर तक वापस नहीं आईं तो परिजनों ने उन्हें खोजना शुरू किया। रात तक न मिलने पर पुलिस को सूचना दी। सगी बहनों के गायब होने की सूचना पर पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया।
इस पर पुलिस आयुक्त ने उप आयुक्त सत्यजीत गुप्ता के निर्देशन में कई टीमें गठित की। पुलिस टीमों ने उन्हें खोजने के लिए उनके सोशल मीडिया अकाउंट सर्च किए।
इसमें बड़ी बहन की इंस्टाग्राम आईडी एक आईपीएस अधिकारी के नाम पर बनी हुई मिली। वह उन्हें अपना आदर्श मानती है। पुलिस ने उनके पूर्व के स्कूल के एक शिक्षक से उन्हें मैसेज कराया कि आप गलत कर रही हैं। आप कहां हैं? उधर से रिप्लाई आया कि आप कौन है? इसके बाद पुलिस ने उनसे बातचीत करना शुरू कर दी। शिक्षक बनकर पुलिस ने कहा कि पैसे की आवश्यकता हो तो मांग लेना। बड़ी बहन ने तीन हजार रुपये मांगे। पुलिस ने कहा कि तुम कहां हो, उसने बताया, ऋषिकेश। इसके बाद बात करने वाले पुलिसकर्मी ने कहा कि मेरठ में मेरा एक मिलने वाला है। वह मेरठ में मिलेगा। वही तुम्हें पैसे दे देगा। दोनों बहनें ऋषिकेश से दिल्ली जाने वाली बस में सवार हो गईं, जैसे ही बस मेरठ पहुंची, पुलिस ने उन्हें बरामद कर लिया।
पूछताछ में दोनों ने बताया कि घर वाले उनकी शादी जल्दी करने में लगे थे। इंटर के बाद पढ़ाने के मन में नहीं थे। बड़ी बहन ने बताया, मैं बिहार की एक आईपीएस की फैन हूं। उन्हीं की तरह बनना चाहती हूं। हाईस्कूल में भी मेरे 80 प्रतिशत अंक आए थे। मैंने छोटी बहन से कहा कि तुम भी मेरे साथ चलो। इसके बाद हम घर से स्कूल के लिए निकले। दोनों ने बताया कि वह मलपुरा से पहले रोहता पहुंचीं। यहां से ऑटो रिक्शा से बिजलीघर और वहां से मथुरा, अलीगढ़, हरिद्वार, ऋषिकेश, देहरादून गईं। देहरादून से वापस ऋषिकेश के लिए आई और फिर दिल्ली के लिए जा रही थीं। मेरठ में बस में से पुलिस ने उन्हें बरामद किया।
दोनों को बरामद करने वाली टीम में थानाध्यक्ष मलपुरा तेजवीर सिंह, थानाध्यक्ष सैयां सुमनेश कुमार, एसओजी प्रभारी राजकुमार गिरि, सर्विलांस प्रभारी सचिन धामा, एसआई अमित कुमार, सुनील कुमार आदि शामिल रहे।
-एजेंसी