बिहार के CM नीतीश कुमार ने विधानसभा में दिए गए अपने आपत्तिजनक बयान पर माफी मांगी

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उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “हमने जो कहा है उसे लेकर बड़े पैमाने पर हमारे बारे में लिखा जा रहा है. आप जानते हैं कि हमने महिलाओं को पढ़ाने की बात की. हमने महिलाओं के पढ़ाने का सिलसिला शुरू किया था, हम कह रहे थे कि कई जगहों पर कोई शिक्षा नहीं थी तो उन लोगों को शिक्षित करने का काम हमने किया. हमें पता चला कि अगर महिला मैट्रिक पास है तो वैश्विक प्रजनन दर 2% है, बिहार में भी अगर लड़की मैट्रिक पास है तो प्रजनन दर 2 % है.”

“देश भर के बारे में रिपोर्ट आया कि अगर लड़की ने मैट्रिक के आगे की पढ़ाई की है तो देश की औसत प्रजनन दर 1.7 फ़ीसदी है, यहीं आंकड़ा बिहार का 1.6 फ़ीसदी है. मुझे ये जान कर बहुत खुशी हुई. हमने लड़कियों की इंटर तक की पढ़ाई के लिए बहुत काम किया है. हमने तो यही कहा, हम तो महिलाओं के उत्थान की बात कर रहे थे. अगर मेरे मुंह से लड़का-लड़की के सोने की बात निकली तो उसके लिए मैं माफ़ी मांगता हूं.”

दरअसल, बिहार के सीएम नीतीश कुमार के मंगलवार को जनसंख्या नियंत्रण को लेकर विधानसभा में ऐसा बयान दे दिया, जिसके बाद सिर्फ बिहार में ही नहीं देशभर में इसकी आलोचना हो रही है.

राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने सीएम नीतीश के बयान की आलोचना करते हुए कहा, “इस देश की प्रत्येक महिला की ओर से और राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष के रूप में, मैं नीतीश कुमार से तत्काल और स्पष्ट माफी की मांग करती हूं.”

बुधवार को विधानसभा में नीतीश कुमार ने कहा- “मैंने तो महिलाओं की शिक्षा की बात की थी. मैं अपने बयान पर दुख प्रकट करता हूं और इसे वापस लेता हूं. हमारी सरकार ने महिलाओं को लिए बहुत काम किया है. इतना बढ़िया काम कर दिया हूं, लेकिन आप लोग कल मुझसे सहमत थे लेकिन आज ऊपर से आदेश आया होगा कि मेरी निंदा की जाए तो मेरी निंदा कर रहे हैं. मैं अपने बयान पर खेद जताता हूं और शब्द वापस लेता हूं. मेरी निंदा करने वालों का अभिनंदन करता भी हूं.”

सदन के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए कहा उन्होंने अब से थेड़ी देर पहले कहा- “हमने लड़कियों की इंटर तक की पढ़ाई के लिए बहुत काम किया है. हमने तो यही कहा, हम तो महिलाओं के उत्थान की बात कर रहे थे. अगर मेरे मुंह से लड़का-लड़की के सोने की बात निकली तो उसके लिए मैं माफ़ी मांगता हूं.”

Compiled: up18 News