इजरायल-हमास जंग के बीच जेएनयू की पूर्व छात्र नेता शेहला राशिद ने कहा, भारतीय होने के नाते हम भाग्यशाली

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शेहला राशिद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि भारतीय सेना और सुरक्षा बलों ने हमारी सुरक्षा के लिए अपना सब कुछ बलिदान कर दिया है. कश्मीर में शांति लाने के लिए जहां उचित है वहां श्रेय दें. इस ट्वीट को उन्होंने पीएमओ, केंद्रीय गृह मंत्रालय, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, भारतीय सेना और चिनार कॉर्पस को टैग किया है.

2016 में सुर्खियों में आई थी शेहला

शेहला रशीद पहली बार 2016 में उस समय खबरों में आई थीं, जब कन्हैया कुमार और उमर खालिद के साथ-साथ उन पर भी जेएनयू में देश विरोधी नारे लगाने के मामले में उनकी नाम आया था.

2019 में सेना पर लगाया था आरोप

इसके अलावा उन्होंने 2019 में सशस्त्र बलों पर घरों में तोड़फोड़ करने और कश्मीर में भय का माहौल पैदा करने का आरोप लगाते हुए ट्वीट किया था. इस ट्वीट को लेकर उनके खिलाफ केस भी दर्ज किया गया था.

मोदी सरकार की सराहना की

इस साल अगस्त में शेहला रशीद ने अनुच्छेद 370 को खत्म करने के खिलाफ याचिकाकर्ताओं की सूची से अपना नाम वापस ले लेते हुए कहा था कि यह स्वीकार करना कितना भी असुविधाजनक हो, लेकिन नरेंद्र मोदी सरकार और जम्मू कश्मीर प्रशासन के तहत कश्मीर में मानवाधिकार के मामलों में सुधार हुआ है. सरकार के स्पष्ट रुख ने लोगों का जीवन बचाने में मदद की है.

शाह फैसल भी याचिका से अलग हुए

अनुच्छेद 370 को खत्म करने के खिलाफ याचिकाकर्ताओं में शामिल पूर्व आईएएस  शाह फैसल ने भी शेहला के साथ- साथ याचिका से अपना नाम वापस ले लिया था. शाह फैसल ने 2019 में राजनीति में शामिल होने के लिए सरकारी सेवा से इस्तीफा दे दिया और फिर अपनी पार्टी बना ली थी.

Compiled: up18 News