प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी अमेरिका दौरे को लेकर अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि वह इस दौरे को दुनिया के सबसे पुराने और सबसे बड़े लोकतंत्रों के बीच एक गहरे संबंध के रूप में देखते हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आधिकारिक आमंत्रण भेजा है. इस दौरे में व्हाइट हाउस की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए 22 जून को रात्रिभोज का आयोजन होगा.
ये दौरा इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे पहले केवल दो बार भारत के नेता अमेरिका के आधिकारिक निमंत्रण पर वहाँ पहुँचे हैं. पीएम मोदी का दौरा ऐसा तीसरा दौरा होगा. इससे पहले जून 1963 में राष्ट्रपति एस राधाकृष्णन और नवंबर 2009 में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अमेरिका की आधिकारिक यात्रा की थी.
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा, “बाइडन प्रशासन इस दौरे को दुनिया के सबसे पुराने और सबसे बड़े लोकतंत्रों के बीच एक अद्वितीय संबंध के रूप में देख रहा है. ये साझेदारी क्षेत्रीय और वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने के लिए हमारी प्रतिबद्धता दिखाती है.”
ब्लिंकन ने ये कहा,“पिछले साल जैसा कि आप सभी जानते हैं, दोनों देशों के बीच व्यापार 191 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया, अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार बन गया है. अमेरिकी कंपनियों ने भारत में कम से कम 54 अरब डॉलर का निवेश किया है.
अमेरिका में भारतीय कंपनियों ने आईटी, फार्मास्यूटिकल्स में 40 बिलियन डॉलर से अधिक का निवेश किया है, साथ ही कैलिफोर्निया से लेकर जॉर्जिया तक 425,000 नौकरियां दी हैं.”
अमेरिकी राजनायिक ने क्या कहा?
वरिष्ठ अमेरिकी राजनयिक अतुल केशप ने सोमवार को कहा किये दौरा वैश्विक मामलों में भारत के बढ़ते महत्व और दोनों देशों के बीच गहरे होते संबंधों को दिखाता है. यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल के अध्यक्ष केशप ने ज़ोर देकर कहा कि यह यात्रा “वास्तव में महत्वपूर्ण” है क्योंकि यह भारत के नेता की अमेरिका के लिए तीसरी यात्रा है. अतुल केशप ने कहा, “यह अमेरिका और भारत के लोगों के बीच दोस्ती और विश्वास को दर्शाता है. ”
Compiled: up18 News