आगरा रेलवे ने मनाया विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस, स्वतंत्रता सेनानियों को किया सम्मानित

Press Release

आगरा: उत्तर मध्य रेलवे आगरा मंडल पर आजादी का अमृत महोत्सव “हर घर तिरंगा” अभियान के तहत 14 अगस्त को आगरा छावनी, मथुरा जंक्शन और धौलपुर जंक्शन स्टेशन पर विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाया गया। इस उपलक्ष्य में अपने प्राण गंवाने वाले तथा विस्थापन का दर्द झेलने वाले लाखों भारतीयों से संबंधित चित्रों का प्रदर्शन आगरा छावनी, मथुरा जंक्शन और धौलपुर जंक्शन स्टेशन पर किया गया। इस चित्र प्रदर्शनी का उद्घाटन मण्डल रेल प्रबंधक तेज प्रकाश अग्रवाल के द्वारा किया गया।

स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार का हुआ सम्मान

इस कार्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों (दीपक मित्तल पौत्र स्व मूली बाबूलाल, राजकुमार गर्ग पौत्र स्व भोरे गौरी शंकर गर्ग, वीरेंद्र अग्रवाल पौत्र स्वर्गीय वासुदेव गुप्त अग्रवाल) का स्वागत सत्कार किया गया। इस अवसर पर छावनी रेलवे स्टेशन पर सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा नुक्कड़ नाटक का भी आयोजन किया गया एवं राष्ट्रगान से इस कार्यक्रम का समापन किया गया।

नुक्कड़ नाटक में बंटवारे का दंश

रेलवे कर्मचारियों की संस्कृति टीम ने आजादी को लेकर एक नाटक पेश किया जिसमें दिखाया गया कि भारत को आजाद करने से पहले अंग्रेजों ने कैसे देश के दो टुकड़े करा दिए। भारत और पाकिस्तान दो देश बने। बंटवारे के दौरान जिन मुसीबतों से लोग निकले उनके दर्द को संस्कृति टीम ने दिखाया। यात्रियों ने भी यह नाटक देखा और इसकी सराहना भी की।

पंच प्रण शपथ ग्रहण

भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय तथा रेलवे बोर्ड द्वारा दिये गये निर्देशानुसार “मेरी माटी मेरा देश” अभियान के अन्तर्गत आज आगरा छावनी स्टेशन पर आयोजित कार्यक्रम में मंडल रेल प्रबन्धक तेज प्रकाश अग्रवाल द्वारा उपस्थित अधिकारियों एवं रेल कर्मचारियों को हाथ में देश की मिट्टी लेकर पंच प्रण की शपथ ग्रहण करायी गयी। यह शपथ आगरा मंडल के विभिन्न स्टेशनों, रेलवे के कार्यालयों व डिपों में सम्बन्धित अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा ग्रहण की गई।

हम सभी शपथ लेते हैं कि….

• भारत को वर्ष 2047 तक आत्मनिर्भर और विकसित राष्ट्र बनाने के सपने को साकार करेंगे।
• गुलामी की मानसिकता को जड़ से उखाड़ फेकेंगे।
• देश की समृद्ध विरासत पर गर्व करेंगे।
• भारत की एकता को सुदृढ़ करेंगे और देश की रक्षा करने वालों का सम्मान करेंगे।
• नागरिक होने का कर्त्तव्य निभायेंगे।