आगरा: फर्जी दस्तावेजों पर लोन कराने वाले 8 शातिरों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, बैंकों को लगा चुके हैं लाखों का चूना

Crime

आगरा। थाना जगदीशपुरा पुलिस और साइबर सेल को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने फर्जी दस्तावेजों पर लोन कराने वाले 8 लोगों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से बड़ी मात्रा में फर्जी दस्तावेज और मुहर बरामद हुई हैं। अब तक यह लोग 80 लाख से अधिक कीमत का बैंकों को चूना लगा चुके हैं। पुलिस इस गिरोह में शामिल अन्य लोगों की भी जांच में जुट गई है।

जगदीशपुरा पुलिस एवं साइबर सेल टीम ने फर्जी दस्तावेजों पर बैंक से लोन कराकर धोखा धड़ी करने वाले गिरोह के 8 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। एसपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि बजाज कंपनी के मैनेजर करण कुमार ने एसएसपी सुधीर कुमार सिंह से शिकायत की थी कि कुछ लोग 300 से ज्यादा गरीब और अनपढ़ लोगों के आधार व पैन कार्ड का इस्तेमाल कर फर्जी तरीके से लोन कर ठगी कर रहे हैं। एसएसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जगदीशपुरा थाने में मुकदमा पंजीकृत कराया।

जगदीशपुरा थाना पुलिस और साइबर सेल ठगी करने वाले लोगों की तलाश में जुट गई।  पुलिस ने 8 लोगों को गिरफ्तार किया। इनके नाम धर्मेंद्र, राजुउद्दीन, साबिर,   पंकज, वीरेंद्र नावेद, अतुल शर्मा, असदुद्दीन हैं। पूछताछ में अरशद ने बताया कि ब्रोकर पंकज, वीरेंद्र, प्रशांत, मोंटी गरीब और अनपढ़ लोगों के आधार व पैन कर्ड के साथ उनके घर पर ही फोटो अपने मोबाइल से लेते थे। इसके बाद शोरूम में पहुंचकर अभिनय, गजेंद्र, आसिम, नावेद, शुभम शोरूम मालिक धर्मेंद्र अग्रवाल, ज्योति, उत्कर्ष आदि से मिलकर फर्जी तरीके से लोन करा देते थे।

फर्जी तरीके से कराए गए लोन से फर्नीचर का सामान लिया जाना शो किया जाता है। सामान शोरूम पर ही रहता है, लेकिन फर्जी इनवॉइस बनाकर ग्राहक के पते पर डिलीवरी दिखाया जाता है। डिलीवरी की एंट्री के बाद बजाज के द्वारा लोन की समस्त धनराशि शोरूम मालिक के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है। इसके बाद शोरूम मालिक, बजाज लोन कर्मचारी, ब्रोकर के  धनराशि आपस में बांट ली जाती है। एसपी सिटी ने यह भी बताया कि यह लोग अब तक करीब 80 लाख रुपए का फर्जी लोन ले चुके हैं