Agra News: एक फुट और बढ़ा यमुना का जलस्तर, सिकंदरा स्थित प्राचीन कैलाश मंदिर के गर्भगृह में पहुंचा पानी

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आगरा: जिले में निरंतर उफन रही यमुना नदी का जलस्तर आज सोमवार की रात आठ बजे तक 498.1 फीट तक पहुंच गया। इससे पहले सुबह तक यह 497 फीट पर था। रात में यमुना लो फ्लड लेवल से तीन फीट ऊपर बह रही थी। जबकि मीडियम फ्लड लेवल से यह केवल एक फीट नीचे है। जिले में यमुना का हाई फ्लड लेवल 508 फीट पर है।

रात में खबर मिली कि यमुना का पानी सिकंदरा स्थित प्राचीन कैलाश मंदिर के गर्भगृह में पहुंच गया है। सोमवार को मंदिर आने वाले भक्तों को यमुना के पानी में होकर मंदिर तक पहुंचना पड़ा। यहां आसपास के घरों को खाली कराया जा रहा है। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने मंदिर के चारों तरफ रस्सी और जाली की बैरीकेडिंग करा दी। दूसरी ओर ताजमहल के निकट दशहरा घाट पर भी पानी सीढ़ियों तक पहुंच गया है।

जिला प्रशासन ने बाढ़ को देखते हुए चार बाढ़ राहत चौकियां बनाई हैं। दयालबाग में वीरी सिंह इंटर कॉलेज में बाढ़ राहत केंद्र बनाया गया है। इसके अलावा बल्केश्वर में भी केंद्र बनाया गया है।

दरअसल यमुना जल में यह बढ़ोत्तरी गोकुल बैराज से हर घंटे पानी छोड़े जाने के कारण है। इससे निचले इलाकों में पानी भरने लगा है और अन्य क्षेत्रों में भी बाढ़ का खतरा बढ़ रहा है। हालांकि दावा किया जा रहा है कि अब गोकुल बैराज से पानी छोड़े जाने की गति नियंत्रित की जा रही है।

सेल्फी प्वाइंट भी बन गया यमुना किनारा

आगरा। एक ओर यमुना का बढ़ता जलस्तर जहां एक तरफ लोगों के दिल की धड़कनें बढ़ा रहा है तो दूसरी ओर यह कुछ लोगों के लिए मजाक और कौतूहल का विषय बन गया है। लोग यमुना किनारे जाकर दोस्तों के और परिवार के साथ सेल्फी ले रहे हैं। प्रशासन द्वारा किनारों पर की गई इन रोकथाम और चेतावनी के बावजूद यमुना में मौत की छलांग लगाते हुए युवा दिखाई दे रहे हैं।

यमुना किनारे सेल्फी लेते और यमुना में छलांग लगाते युवक-युवतियों के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। जिला प्रशासन ने यमुना किनारे पर कई जगह चेतावनी के बोर्ड चस्पा किए हैं। जिसमें लोगों के यमुना किनारे आने पर और सेल्फी लेने पर पूर्ण रूप रोक लगा दी गई है।