Agra News: एसएन मेडिकल कॉलेज में तीमारदारों से मारपीट के मामले में डिप्टी CM ब्रजेश पाठक के हस्तक्षेप पर दो जूनियर डॉक्टर निलंबित, मांगी माफी

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एसएन मेडिकल कॉलेज में तीमारदारों से मारपीट
मरीज को घर से बुलाकर दोबारा भर्ती किया गया

आगरा: एसएन मेडिकल कॉलेज में ऑपरेशन टलने पर तीमारदारों से मारपीट के मामले में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके बाद एसएन प्रशासन ने शुक्रवार को दो जूनियर डॉक्टर 15-15 दिन के लिए निलंबित कर दिया। मरीज को घर से बुलाकर ऑपरेशन के लिए दोबारा भर्ती किया गया। मरीज के परिवारीजनों से जूनियर डॉक्टरों ने माफी मांगी।

गौरतलब है कि एसएन मेडिकल कॉलेज के अस्थि रोग विभाग में सोमवार को देवरी रोड निवासी विशांत (22) पैर के ऑपरेशन के लिए भर्ती हुआ था। जूनियर डॉक्टरों ने तीमारदारों से इम्प्लांट के लिए 12 हजार रुपये जमा कराने के लिए कहा। उन्होंने छह हजार रुपये ही जमा कराए।

इसके बाद भी बुधवार को ऑपरेशन नहीं किया गया, इसे लेकर विवाद हो गया। मरीज की मां अनीता, बहन दीपांशी के साथ जूनियर डॉक्टरों ने अभद्रता की, धक्का-मुक्की की। तीमारदार वीडियो बनाने लगे तो उनके साथ मारपीट की गई। इसके बाद तीमारदार मरीज को अपने साथ घर ले गए।

इस मामले में उप-मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के हस्तक्षेप के बाद एसएन प्रशासन ने मरीज और उनके परिवारीजनों को घर से बुलाया। अस्थि रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ. सीपी पाल ने बताया कि जूनियर डॉक्टर थर्ड ईयर डॉ. लियाकत और डॉ. शैलेंद्र को 15-15 दिन के लिए निलंबित कर दिया गया है। जूनियर डॉक्टरों ने स्वजनों से माफी भी मांगी। मरीज को दोबारा भर्ती किया गया।

मरीज के परिवारीजनों के सामने जूनियर डाक्टरों की शिनाख्त परेड कराई गई। उन्होंने डा. लियाकत और डा. शैलेंद्र को पहचान लिया। मारपीट करने वाले अन्य जूनियर डाक्टर और कर्मचारी भी चिन्हित किए जा रहे हैं। इनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

पूरे प्रकरण पर एस एन मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. प्रशांत गुप्ता ने कहा कि दो जूनियर डाक्टरों को निलंबित कर दिया गया है, मरीज और तीमारदारों से अच्छा व्यवहार करने के लिए कहा गया है। इस तरह की घटना दोबारा नहीं होनी चाहिए इसके लिए विभागाध्यक्षों को चेतावनी दी गई है।

बता दें कि मरीज दो वर्ष पूर्व दुर्घटना में घायल हुआ था और मेरठ में ऑपरेशन कराया था। ऑपरेशन के बाद भी पैर सीधा नहीं हुआ। मरीज के तीन ऑपरेशन किए जाएंगे। आपरेशन में जो भी खर्चा आएगा वह मुख्यमंत्री राहत कोष से दिलवाया जाएगा।