Agra News: शिल्प कला और संस्कृति के संगम ताज महोत्सव का 20 फरवरी से आगाज, G20 थीम पर होगा आयोजन

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आगरा: शिल्प कला और संस्कृति का संगम ताज महोत्सव का आयोजन होने जा रहा है। 9 दिवसीय ताज महोत्सव इस बार 18 फरवरी के बजाए 20 फरवरी से शुरू हो रहा है जो 1 मार्च तक चलेगा। ताज महोत्सव को लेकर शिल्पग्राम में तैयारियां जोरशोर से चल रही है और अंतिम चरणों में है जिन्हें जल्द पूरा कर लिया जाएगा। ताज महोत्सव के माध्यम से देश की समृद्ध कलाओं और संस्कृतियों से रूबरू होने का लोगों के साथ पर्यटकों को मौका मिलेगा।

G-20 की थीम

9 दिनों तक चलने वाले ताज महोत्सव की थीम को इस बार G-20 से जोड़ा गया है। यानी आयोजन में वसुधैव कुटुबंकम की झलक पूरी तरह से देखने को मिलेगी। यह इसलिए भी है कि इस बार जी-20 की अध्यक्षता भारत कर रहा है और अगस्त में भी जी-20 की बैठक आगरा में होनी है। बाहर से आने वाले पर्यटक इससे भी रूबरू हो इसलिए इन कवायद को अंजाम दिया जा रहा है।

50 रुपये होगा टिकट

ताज महोत्सव में प्रवेश के लिए इस बार भी टिकट दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए प्रति व्यक्ति 50 रुपए टिकट रखी गई है। 5 साल तक के बच्चों के लिए महोत्सव में फ्री प्रवेश रहेगा। स्कूलों के ग्रुप के लिए टिकट में छूट रहेगी। 100 बच्चों के ग्रुप पर 500 रुपए की टिकट लेनी होगी, जिसमें 2 स्कूल स्टाफ को फ्री प्रवेश मिलेगा।

अभी नहीं हुआ कलाकारों का चयन

ताज महोत्सव शुरू होने में 2 दिन बचे हैं लेकिन अभी तक कलाकारों का चयन नहीं हो सका है। पर्यटन विभाग के संयुक्त निदेशक अविनाश चंद्र मिश्रा ने बताया कि कार्यक्रम की तैयारियां चल रही हैं। कलाकारों के चयन के लिए वार्ता चल रही है। हांलाकि अभी किसी कलाकार का नाम तय नहीं हुआ है। बजट के हिसाब से ही कलाकारों का चयन किया जाएगा। चयन की प्रक्रिया अगले एक-दो दिन में फाइनल कर दी जाएगी। महोत्सव के सांस्कृतिक आयोजनों में स्थानीय कलाकारों को भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने अवसर दिया जाएगा।

पूरे देश की संस्कृति की झलक

ताज महोत्सव में मंच और स्टॉल बनाने का काम तेजी से चल रहा है। ताज महोत्सव स्थल पर शिल्पग्राम में मुक्ताकाशीय मंच बनाया जा रहा है। महोत्सव में प्रवेश के लिए दो स्वागत द्वार बनाए गए हैं। इन्हें इंडिया गेट और बुलंद दरवाजा के रूप में सजाया जा रहा है। 1 मार्च तक चलने वाले महोत्सव में देश के विभिन्न राज्यों से आए हस्तशिल्पी, उत्पादक अपने सामान की यहां बिक्री करेंगे। विभिन्न प्रांतों के मशहूर व्यंजनों की स्टालें भी सजेंगीं। महोत्सव में मनोरंजन के लिए रंगारंग कार्यक्रम होंगे। देश की समृद्ध कलाओं और संस्कृतियों से रूबरू होने का लोगों को मौका मिलेगा।