आगरा: वाणिज्यिक विभाग ग्रेड-एक के निर्देशन में यूनिट चार ने गुरुवार को खंदौली टोल प्लाजा पर दो गाड़ियों से सरकार द्वारा किसानों को उपलब्ध कराए जाने वाली 60 हजार किलो यूरिया को जब्त किया। इसकी कीमत एक करोड़ रुपये से ज्यादा है। इस मामले में दिल्ली की फर्म के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।
तलाशी के दौरान दोनों गाड़ियों के चालकों ने बताया कि गाड़ियों में सोडियम सल्फेट है। गाड़ियों में रखे पैकेट खोलकर देखे गए तो उनमें टेक्निकल ग्रीन यूरिया के पैकेट निकले। कृषि विभाग को सैंपल भेजे गए। जांच के बाद पता चला कि पैकेटों में नीम कोडिड यूरिया है। यह यूरिया सरकार किसानों को कम दामों में उपलब्ध कराती है। गाड़ियों से लगभग 60 हजार किलो नीम कोडिड यूरिया मिली, जिसकी अनुमानित कीमत एक करोड़ रुपये से ज्यादा की बताई जा रही है।
जांच में पता चला कि दिल्ली की फर्म नीम कोटेड यूरिया को टेक्निकल ग्रीन यूरिया के कट्टों में भरती है। सासनी से लोड कर यह कट्टे अन्य राज्यों में खपत की जाती है। दिल्ली की फर्म पर और वाहन चालकों पर 3/7 की हुई कार्यवाही की गई है। माल को आसानी से एक राज्य से दूसरे राज्य पहुंचाने के लिए नकली कागजों का भी इस्तेमाल किया जाता है। कागजों में सोडियम सल्फेट था। कट्टे टेक्निकल ग्रीन यूरिया के थे और अंदर नीम कोडिड यूरिया थी। दोनों ही गाड़ियों के नंबर राजस्थान के हैं।
जिला कृषि अधिकारी गुफरान अहमद ने बताया कि फर्म जेएल इन्टरप्राइजेज, वाहन चालकों एटा के कुलदीप कुमार और एत्मादपुर के नंद किशोर के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की गई है। उर्वरक नियत्रंण आदेश, 1985, उर्वरक संचलन आदेश, 1973 एवं आवश्यक वस्तु अधिनियम, 1955 की धारा-3/7 के तहत प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करायी जा चुकी है।
उन्होंने बताया कि जनपद में आगे भी फैक्ट्री या उन स्थानों को चिन्हित कर सघन जाँच अभियान चलाया जाएगा।
Compiled: up18 NEws
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