Agra News: भगवान आदिनाथ के जयकारों संग भक्तिभाव से सम्पन्न हुआ श्रीभक्तामर महाकुम्भ

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आगरा। भगवान आदिनाथ के जयकारों संग गूंजती गुरु की महिमा। भक्ति के पवित्र भाव में डूबे श्रद्धालु और जगमग रोशनी व पुष्पों से सजा मंदिर। मौका था समाधिस्थ आचार्य श्री 108 ज्ञानसागर जी महाराज के 66वें अवतरण दिवस पर पुरानी ईदगाह कालोनी स्थित श्रीपार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में आयोजित श्री भक्तामर महाकुम्भ (दीपार्चना) का। जहां सर्वप्रथम भगवान आदिनाथ का अभिषेक किया गया।

प्रातः ढोल नगाड़ों संग भक्तिभाव में डूबे हजारों श्रद्धालुओं संग घटयात्रा का शुभारम्भ हुआ। घटयात्रा में पालकी में विराजमान भगवान आदिनाथ का जगह-जगह आरती व पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। कालोनी में भ्रमण करने के पश्चात घटयात्रा ने मंदिर पहुंचकर विराम लिया। जहां शांति धारा व अष्टद्रव्य से भगवान आदिनाथ का पूजन किया गया। विधान में 48 मांडले स्थापित किए गए। प्रत्येक मांडले पर 48 दीपों संग 2304 दीप स्थापित किए।

गुरु मां 105 आर्षमति माताजी ने अपने प्रवचन ने भक्तामर विदान के 48 काव्यों का वर्णन करते हुए उसकी महिमा बतायी। कहा कि इंसान बड़ा मतलबी है। वह जानता है कि भगवान तीनों लोकों के दु:ख का हरण करने वाले, तीनों लोकों के आभूषण और तीनों लोकों के अध्यक्ष है, इसलिए वह उन्हें नमन करता है।

श्रद्धालुओं ने 1008 दीपों से सामूहित रूप से संध्या आरती की। मुख्य मांडले रिखव चंद, अमित जैन, पंकज जैन, ममता जैन, आशीष जैन, अभय जैन, हनी जैन द्वारा स्थापित किए गए। इस अवसर पर मुख्य रूप से कार्यक्रम संयोजक अतुल कुमार जैन, सहसंयोजक राजेश कुमार जैन, राहुल जैन, राजकुमार (सोनू) जैन, अमित जैन, डिम्पी जैन, अशोक जैन, ट्विंकल जैन, दीपा जैन, रुचि जैन, पायल जैन, दीप्ति जैन, भावना आदि मौजूद रहे।