Agra News: राधास्वामी सत्संग सभा – प्रशासन के बीच बढ़ रहा टकराव, 12 सत्संगियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज़

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आगरा: राधास्वामी सत्संग सभा और आगरा प्रशासन के बीच टकराव बढ़ता चला जा रहा है। राधास्वामी सत्संग सभा की ओर से कब्जाई गई अवैध भूमि को आगरा पुलिस ने अवैध कब्जा मुक्त कराया तो शनिवार शाम होते-होते तो राधा स्वामी सत्संग सभा ने फिर से उस पर अपना कब्जा कर लिया। प्रशासन को उम्मीद थी कि अब गेट नहीं लगेगा, लेकिन कुछ घंटे बाद ही रात में सत्संग सभा ने फिर से गेट लगा दिया। इस पर राजस्व विभाग की ओर से सत्संग सभा के सदस्यों पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। इसमें 12 लोगों को नामजद किया गया है।

सत्संग सभा की खुली चुनौती

प्रशासन की टीम टेनरी से अतिक्रमण हटाकर आगे गई, वैसे ही सत्संगी टेनरी गेट पर पहुंच गए। सत्संगियों ने वहां पर पुलिस के सामने गेट को दोबारा खड़ा कर दिया। अंदर भी दीवार के हिस्से को बनाने का काम शुरू कर दिया। प्रशासन को इसकी जानकारी मिली। उन्होंने फिर से गेट को तोड़ने का निर्णय लिया। प्रशासन जब अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई कर रहा था, उस समय सत्संगी खुले आम चुनौती दे रहे थे। उनका कहना था कि तुम तोड़ते-तोड़ते थक जाओगे, लेकिन हम बनाते हुए नहीं थकेंगे। हुआ भी यही, जैसे ही प्रशासन दोबारा गेट तोड़कर वहां से गया, उसके कुछ घंटे बाद ही वहां पर कंटीले तार लगाकर रास्ता रोक दिया। इसके बाद रात को एक बड़ा गेट तैयार करवाकर उसे फिर से लगा दिया गया।

खुले आम कर रहे बैरिकेडिंग

प्रशासन के अवैध कब्जे हटाने के बाद सत्संगी बेधड़क होकर फिर से बैरिकेडिंग और निर्माण कर रहे हैं। ग्रामीणों भी जुटे हुए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि सत्संगियों को पुलिस और प्रशासन का बिल्कुल खौफ नहीं है। जब वो पुलिस और प्रशासन से नहीं डर रहे तो आम आदमी के साथ कैसा बर्ताव करते होंगे।

सत्संगियों को किया नामजद

राजस्व विभाग की ओर से थाना न्यू आगरा में मुकदमा दर्ज कराया गया है। सत्संग सभा के पदाधिकारी अनूप श्रीवास्तव सहित 12 सदस्यों को नामजद किया गया है। इसमें आरबी यादव, प्रवीन कुमार, देवेश भटनागर, मेहर केसरवानी, गुरचरन, अक्षत सत्संगी, सरन प्रकाश गुप्ता, लक्की सत्संगी, सुरेश, सौरभ राणा और गुरुदेव सिंह है।

इसके अलावा करीब दो दर्जन गाड़ियों के नंबर भी दर्ज किए गए हैं। राजस्व विभाग ने आरोप लगाया है कि कार्रवाई के दौरान सत्संग सभा के अनूप श्रीवास्तव और आरबी यादव के साथ सैकड़ों की संख्या में लोग आए। इनके द्वारा लोगों को बलवे के लिए उकसाया गया, जिससे अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया। सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाई गई।