Agra News: गौकशी के आरोप में हिंदूवादी नेताओं को पुलिस ने गिरफ़्तार कर भेजा जेल

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आगरा: एत्माद्दौला थाने क्षेत्र में हुई गौकशी और उसमें नामजद किए गए हिंदूवादी नेताओं का पुलिस पर दबाव बनाने का प्रयास सफल नहीं हो पाया। थाना एत्माद्दौला पुलिस ने नामजद हिंदूवादी नेताओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। थाना पुलिस ने अखिल भारत हिंदू महासभा के संजय जाट, सौरभ शर्मा, ब्रजेश भदौरिया व जितेंद्र कुशवाह को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश किया।

रामनवमी के तड़के सुबह गौकशी की घटना सामने आई थी। बाद में हिंदूवादी नेताओं ने प्रदर्शन भी किया था। पुलिस इस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुट गई। गहनता से जांच की गई तो मामला उल्टा निकला। इस पूरे मामले को प्लानिंग के तहत अखिल भारत हिंदू महासभा के पदाधिकारियों ने अंजाम दिया। एसीपी आर के सिंह ने बताया कि जांच के दौरान हिंदूवादी नेताओं की संलिप्तता सामने आई। जिन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।

पुलिस विवेचना में मुकदमा दर्ज कराने वाले ही आरोपी निकले। हिंदू पदाधिकारी अपने ही बुने जाल में फंस गए। जांच में झल्लू नाम के एक आरोपी का नाम सामने आया। इसकी संजय जाट से कई बार मोबाइल पर बातचीत हुई थी। घटना वाले दिन आरोपियों की लोकेशन भी घटनास्थल के पास मिली थी। पूछताछ में पता चला कि रंजिश निकालने के लिए नामजद मुकदमा दर्ज कराया था।

दो गोकश जा चुके हैं जेल

पुलिस ने जब घटनास्थल और नामजद आरोपियों की लोकेशन चेक की तो पुलिस को शक हो गया। जांच के दौरान पता चला कि दो गौकश थाना क्षेत्र में दिखाई दिए हैं। पुलिस ने दबिश देकर दोनो गौकश इमरान कुरैशी और शानू को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि नामजद आरोपियों से उनकी रंजिश चल रही थी। साजिश के तहत उन्होंने अपने साथी सलमान व अन्य के साथ घटनास्थल पर गए और सलमान को वहां पर गाय पकड़ कर काटने के लिए छोड़ दिया। इसके बाद भगवान टाकीज चौराहे पर साथी सौरभ शर्मा और बृजेश भदौरिया और शानू उर्फ अजय से मुलाकात कर उन्हें साथ लिया। गढ़ी चांदनी निवासी जितेंद्र कुशवाह से मुलाकात की। सभी को मौके पर ले गए और उनके द्वारा थाना पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों को जेल भेजा है और तीन अन्य को घटना में शामिल होने और 5 को साजिश के आरोप में नामजद किया है।

इच्छा मृत्यु का दबाव भी नहीं आया काम

संजय जाट सहित हिंदूवादी नेताओं को मुकदमे में नामजद और मुख्य साजिशकर्ता बताए जाने के बाद संगठन के पदाधिकारियों ने एडिशनल पुलिस कमिश्नर केशव राव से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा था। उन्होंने इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि पुलिस ने दो गोकशों के कहने पर गौकशी मामले में उन्हें मुख्य साजिशकर्ता बना दिया है। पुलिस द्वारा उन्हें फंसाने के लिए षड्यंत्र रचा जा रहा है। ज्ञापन सौंपकर मामले में निष्पक्ष जांच कराने की मांग की गई। हिंदूवादी उन्हें यह भी कहा था कि अगर निष्पक्ष जांच नहीं तो वह इच्छा मृत्यु की मांग करेंगे।