आगरा: मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह के नाम पर सरकारी मदद पाने के लिए पुनः शादी के मामले सामने आते रहे हैं। अब सात फेरे और अनुदान लेने के बाद दुल्हन द्वारा दूल्हे का साथ छोड़ देने का मामला सामने आया है। पीड़ित दूल्हे ने इसकी शिकायत फतेहाबाद तहसील पहुंचकर एसडीएम से की है।
शमशाबाद में बीते साल 29 नवंबर को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत लड़के और लड़की का विवाह हुआ। शमशाबाद विकासखंड परिसर में हुए विवाह सम्मेलन में दोनों को मुख्यमंत्री की योजना के तहत मिलने वाली अनुदान राशि दी गई। सब कुछ ठीक-ठाक था, लड़का पक्ष का आरोप है कि विवाह समारोह के दूसरे दिन लड़की पक्ष ने दुल्हन की विदा नहीं की। सामाजिक पंचायत भी हुई, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला।
लड़की की नौ मार्च को पुनः कर रहे शादी
पीड़ित दूल्हे ने एसडीएम को दिए गए शिकायती पत्र के अनुसार लड़की पक्ष उसकी पत्नी की दूसरी जगह शादी नौ मार्च को कर रहे हैं, जिसका वैवाहिक कार्ड भी छप गया है। युवक ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत अनुदान राशि भी लड़की को प्राप्त हुई है। इसके अलावा लड़के पक्ष ने भी जेवरात और अन्य सामान दिया था।
पीड़ित युवक राजस्थान के बाड़ी क्षेत्र स्थित अठपैरिया गांव के रहने वाले पुरुषोत्तम है। युवक ने तहसील अधिकारियों से शिकायत कर नौ मार्च की शादी रुकवा कर लड़की पक्ष के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। उप जिलाधिकारी फतेहाबाद जेपी पांडे का कहना है कि मामले को संबंधित थाने में सौंपा गया है। जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
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